शिक्षा व रोजगार ग्वाल समाज के विकास की मुख्यधारा: आरके हांस

शिवपुरी। किसी भी समाज की उन्नति व विकास की प्रगति में शिक्षा व रोजगार सहायक होते है आज ग्वाल समाज भी इन परिस्थितियों से जूझ रहा है लेकिन हमें भरोसा है कि समाज आज शिक्षा व रोजगार के क्षेत्र में अपने आप को समर्पित कर भावी पीढ़ी के भविष्य निर्माता बनेंगें, पचमढ़ी में इतनी भीड़ ग्वाल समाज की यह संदेष देती है कि निश्चित तौर पर ग्वाल समाज अब अग्रणीय समाज होने जा रहा है चूंकि पुरातन काल से ग्वाल समाज हमेशा अग्रणीय व पूज्यनीय रहा है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में इसके इतिहास को बिसरा दिया है यदि यह इतिहास पुन: आ जाए तो ग्वाल समाज का नाम चहुंओर वि यात हो जाएगा।
उक्त विचार व्यक्त किए ग्वाल समाज इटारसी से पधारे आर के हांस ने जो स्थानीय मप्र के प्र्यटन स्थल षिवनगरी पचमढ़ी में दो दिवसीय अखिल भारतीय ग्वाल युवा गोष्ठी, चिंतन षिविर एवं अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर अन्य ग्वाल छावनियों से भी ग्वाल बन्धुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया जिसमें बैतूल से दीना महाते, जालना से बी.के.सुरा, आगर से दशरथ मसानियां, गुना से रतन चंदेल, इंदौर से कैलाष पार्षद, ललितपुर से भगत सिंह आदि मौजूद थे। कार्यक्रम के प्रथम दिन गौमाता का पूजन कर अधिवेषन का षुभारंभ हुआ, तत्पष्चात समाज की विभिन्न छावनियों से पधारे वरिष्ठ ग्वाल बन्धुओं का परिचय व माल्यार्पण एवं पीता बर व बैज लगाकर स्वागत किया। अधिवेषन में द्वितीय दिन मु य अतिथि के रूप में खण्डवा के मु य न्यायाधीश डी.के.दुबेला मौजूद रहे, जिन्होंने समाज को संगठित भावना से रहकर कार्य करने का संदेष दिया।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी व बेबसाईट लोकार्पित
अधिवेशन में राष्टीय अध्यक्ष के रूप में मोहन ग्वाल टीटीई, उपाध्यक्ष शेरसिंह ग्वाल तालपुरा व मु य संयोजक आर.के.हांस इटारसी के मनोनयन की घोषणा भी की गई। जिसमें सभी ग्वाल बन्धुओं से आग्रह किया गया कि वह राष्टीय स्तर  पर ग्वाल समाज से जुड़कर समाज की उत्तरोत्तर प्रगति में सहायक बनें और जिलेवार ग्वाल महासभा का गठन करें। अधिवेषन में ग्वाल समाज की बेबसाईट 222.द्द2ड्डद्यड्ड.द्बठ्ठ का भी लोकार्पण हुआ जिसका निर्माण विवके ग्वाला झांसी द्वारा किया गया। इस बेबसाईट के जरिए सभी ग्वाल समाज के प्रतिनिधि व ग्वाल बन्धु जुड़ सकेंगें अैर अपने कार्यक्रम भी अपलोड कर सकेंगें। अंत में आभार प्रदर्षन ग्वाल समाज पचमढ़ी कीओर से व्यक्त किया गया।

ग्वाल का हो जातिवार सूची में नाम व गौमाता को राष्ट्रीय दर्जे की मांग
कार्यक्रम में ग्वाल बन्धुओं ने म.प्र. शासन के राजपत्र में ग्वाला समाज को जातिवार सूची में शामिल करने के साथ ही ग्वाल समाज की पूज्यनीय गौमाता को राष्ट्रीय दर्जा दिए जाने की मांग की। कार्यक्रम में मप्र वन कर्मचारी संघ षिवपुरी के दुर्गा ग्वाल ने समाज के युवाओं एवं षिक्षित महिला वर्ग को आने का आहवान किया और इन्हें भावी भविष्य की नींव बताया। सागर से आए दुलारे उस्ताद, मुंगावली से नरेष ग्वाल, षिवपुरी से राजू ग्वाल पत्रकार, राजा ग्वाल, बदरवास से पार्षद कमलेष ग्वाल, नरेन्द्र ठेकेदार, बनवारी, झांसी से सुन्दर ग्वाला, संजीव, लक्ष्मीनारायण सभी ने एक स्वर में समाज को संगठित बनाए रखने की बात कही और एक मिलनसार व्यवहार बनाकर समाज के युवाओं, वरिष्ठजनों, माता-बहिनों के लिए ऐसे कार्य करने की पहल की जिससे समाज गौरान्वित हो, जिसमें षिक्षा, खेल, सांस्कृतिक गतिविधि, शासकीय सेवा, जनसेवा व समाजसेवा आदि कार्य करने के लिए प्रेरित किया। समाज के अन्य समाज बन्धुओं ने भी आयोजन में बढ़कर भाग लिया जिसमें गुना, अषोकनगर, षिवपुरी, बैतूल, नीमच, सीहोर, होषंगाबाद, हरदा, इटारसी, भोपाल आदि के ग्वाल बन्धु शामिल रहे। कार्यक्रम के संचालन में  बदरवास के युवा गौरव गोलू का महत्वपूर्ण योगदान रहा जबकि उन्हें संबल प्रदान करने का कार्य आर के हांस द्वारा किया गया।