किसानों के मुआवजे से 13 करोड़ गायब

शिवपुरी। ओला पीड़ित किसानों का मुआवजा अभी शिवपुरी तक पहुंचा भी नहीं है और उसमें से 13 करोड़ रुपए कम हो गए। किसानों के हितों के लिए दहाड़ने वाले सीएम शिवराज सिंह चौहान के तमाम दावे बेकार हो गए हैं।

जिले के अन्नदाता को मुआवजे की रााशि के लिए अभी और इंतजार करना पडेगा। बताया जा रहा है ओलावृष्टि से बर्बाद हुए किसानों को मिलने वाली मुआवजा राशि में से 13 करोड़ रुपए कम हो गए। जबकि राशि अभी तक जिले में नहीं आई। जिला योजना विभाग ने सोमवार को 77 करोड़ रुपए का नया मांग पत्र भोपाल भेजा। प्रशासन अब यह नहीं बता पा रहा कि मुआवजा राशि कम करने पर कौन से किसान सूची से बाहर हो गए।

उधर भू.अभिलेख विभाग के अधीक्षक का कहना है कि मुआवजा राशि का वितरण तो अब 16 मई के बाद ही हो पाएगा। खास बात यह है कि प्रदेश के मु यमंत्री की घोषणा एक बार फिर गलत साबित हो गईए क्योंकि उन्होंने 18 व 19 अप्रैल से मुआवजा वितरण करने की बात चुनावी सभा में कही थी।

मुआवजा शिवपुरी जिले के 511 गांव ओला प्रभावित चिन्हित किए गए। इनमें से 464 गांव में 50 प्रतिशत से अधिक फसल बर्बाद हुई। जिले के 1 लाख 5 हजार 221 किसानों की 94910 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई। ओलावृष्टि के बाद हुए सर्वे में प्रशासन ने जिले में किसानों को वितरित करने के लिए 95 करोड़ रुपए की राशि मांगी थी। जिसमें से केवल 5 करोड़ रुपए बीते 28 मार्च को आए थे जो दो दिन के अंदर कुछ किसानों को बांट दिए गए।

प्रशासन ने मुआवजा राशि में से 13 करोड़ रुपए तो पहले ही घटा लिए। लेकिन वे यह जवाब नहीं दे पा रहे कि कम हुए 13 करोड़ रुपए में कौन से किसान मुआवजा सूची से बाहर हो गए। इस सवाल का जबाब नही मिल पा रहा है,पटवारियों द्वारा किसी भी गांव में सर्वे रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया। जिससे किसानों को पता ही नहीं है कि उसे कितना मुआवजा मिलना है।

16 मई के बाद ही बंट पाएगा
पहले जो तहसीलों से रिपोर्ट आई थीए वो अनुमानित थी। इसलिए मुआवजा इतना अधिक मांग लिया था। अब वास्तविक रिपोर्ट आई हैए इसलिए नया मांग पत्र 77 करोड़ रुपए का बनाकर भेजा है। मुआवजे का वितरण तो अब 16 मई के बाद ही होने की उ मीद है।

केके तिवारी
अधीक्षक-भू.अभिलेख शिवपुरी