शिवपुरी। शासन की नदी पुर्न जीवन योजना के तहत पार्वती नदी को पुर्नजीवित करने की कार्य योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत मनरेगा के माध्यम से 31 ग्रामों में पार्वती नदी पर भू-जल संरक्षण एवं संबर्धन के कार्य कराये जावेगें।
जिला पंचायत के मु य कार्यपालन अधिकारी मधुकर आग्नेय ने बताया कि शासन द्वारा सूखी नदियों को जो वर्षा उपरान्त सूख जाती है को पुर्नजीवित करने हेतु नदी पुर्नजीवन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिसके तहत शिवपुरी जिले में पार्वती नदी का चयन किया गया है, जो विकासखण्ड शिवपुरी से वहकर पोहरी से होती हुई ग्वालियर जिले में जाती है। उक्त नदी को पुर्न जीवित करने के लिये उसके कैचमेन्ट क्षेत्र में आने वाले 31 ग्रामों का चयन किया गया है। जिसमें 28 ग्राम शिवपुरी के 3 ग्राम पोहरी विकासखण्ड के है। चयनित ग्रामों में प्रथम तय शिवपुरी विकासखण्ड के 15 ग्रामों की कार्ययोजना तैयार कराई जा रही है। जिसका क्षेत्रफल 4953 हेक्टयर है।
उक्त कार्यक्रम में रोजगार गारंटी योजना की उपयोजना माइक्रोप्लान के तहत 10 से 15 ग्रामों का कलस्टर बनाकर नदी में भू-जल स्तर बारह महीने बनाये रखने हेतु रिज टू बैली (वाटरशेड) के सिद्धांत पर चयनित ग्रामों में भू-जल संरक्षण एवं जल सर्वधन के कार्यों का चयन कर कार्ययोजना बनाकर कराये जाने है जिसमें रोजगार गारंटी योजना के प्रावधान अनुसार लघु सीमान्त कृषकों के यहां मेढ़बंधान, लंदन फलोधान, योजना से वृक्षारोपण तथा लघु तालाब, फार्म काण्ड एवं नदी गहरीकरण के कार्य तथा 60:40 के अनुपात के अनुसार चैक डेम, स्टाफ डोब आदि संरचनायें क्रमबद्ध तरीके से चयनकर तैयार करायी जाने के निर्देश है। अन्य विभागीय योजनाओं से भी अभिसरण किया जा सकता है। ग्राम में कार्यो का चयन कर सर्वप्रथम ग्राम पंचायत द्वारा निर्मित सेल्फ ऑफ प्रोजेक्ट में जोडऩे की कार्यवाही की जावेगी।
Social Plugin