चुनावी जंग खत्म,जुवानी जंग शुरू, रामसिंह 'बिजूका' तो देवेन्द्र जैन 'भौंदुआ'

शिवपुरी। कोलारस विधानसभा क्षेत्र के पराजित भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र जैन ने विजयी प्रत्याशी रामसिंह यादव को बिजूका करार देने पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। स्वयं रामसिंह यादव ने जबाव देते हुए कहा है कि बिजूका तो फिर भी खेत की रक्षा करता है, लेकिन देवेन्द्र जैन तो भौंदुआ है और जनता ने इसे सिद्ध भी कर दिया है।

विदित हो कि देवेन्द्र जैन ने पत्रकारों को बताया था कि कांग्रेस के विजयी प्रत्याशी रामसिंह यादव को जिताकर कोलारस के मतदाताओं ने एक बिजुका को विधायक बनाया है जिन्हें तहसीलदार और थानेदार तक से बात करने का शहूर नहीं है। उन्हें चुनकर क्षेत्र के मतदाता पछताएंगे। मैंने गांव-गांव में विकास की गंगा बहाई है, लेकिन मुझे मतदाताओं ने पराजित कर दिया। इसका अर्थ है लोकतंत्र में मेहनत और विकास का कोई मूल्य नहीं है।

इसके जबाव में रामसिंह यादव ने कहा कि जिस भाषा में देवेन्द्र जैन बात कर रहे हैं उससे पता चलता है कि वह कितने सभ्य और सुसंस्कृत हैं। मुझे बिजुका करार देकर उन्होंने क्षेत्र की जनता का अपमान किया है, लेकिन मैं उनके शब्दों में ही उन्हें जबाव देता हूं यदि वह मुझे बिजूका कहते हैं तो यह संबोधन भी मुझे स्वीकार्य है। आखिरकार बिजूका खेत की तो रक्षा करता है, लेकिन देवेन्द्र जैन तो भौंदुआ हैं जो कि जब पूरे प्रदेश में भाजपा की लहर चल रही थी तब अपने कर्मों से कोलारस में बुरी तरह हार बैठे। उन्हें मैंने नहीं, बल्कि कोलारस की जनता ने भौंदुआ सिद्ध किया है।

जनता निष्क्रिय जनप्रतिनिधि को कभी सहन नहीं करती और निष्क्रिय जनप्रतिनिधि ही तो भौंदुआ होता है। श्री यादव के पक्ष में सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी भी खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया में कहा कि श्री जैन को आत्मावलोकन करना चाहिए कि प्रदेश में भाजपा की सत्ता होने के बावजूद उनकी इतनी बुरी दुर्दशा क्यों हुई? उन्होंने इलाके की जनता से कभी नाता नहीं रखा। इसी कारण जनता ने उन्हें बुरी तरह पराजित कर राजनीति के डस्टविन (कूड़ेदान) में फेंक दिया है। श्री जैन ने उन्हें मत देने वाले 49 हजार मतदाताओं की भावनाओं का भी अपमान किया है।