शिवपुरी। मंगलवार की सुबह 10 बजे पुलिस कंट्रोल रूम के फोन की घंटी बजी। फोन करने वाले एक किशोर ने कहा कि मेरे पापा ने मारपीट कर हमें कमरे में ताला लगाकर बंद कर दिया है। आप हमें छुड़वा दो। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बमुश्किल ताला खुलवाकर तीनों को मुक्त कराया।
रायबरेली में पदस्थ आईटीबीपी हवलदार श्रीराम जाटव ने अपनी पत्नी कमला, बेटी मोनिका (17) व बेटे कोमल (16) के साथ मारपीट कर उन्हें कमरे में बंद कर ताला लगा दिया। कोमल ने पुलिस कंट्रोल रूम फोन करके पूरी घटना की जानकारी दी।
करीब 11 बजे चीता मोबाइल के दो पुलिस जवान उस घर पर पहुंचे तो कमरों में ताले लटके थे, खिड़की में से महिला व दूसरे कमरे से बेटा झांक रहा था। बाहर के कमरे में श्रीराम अपने पास लाठी रखकर बैठा था। जब पुलिसकर्मियों ने ताला खोलने को कहा तो श्रीराम बोला कि मेरे रिश्तेदार आ जाने दो, तब खोलूंगा।
पुलिस ने आईटीबीपी जवान को समझाइश देकर जब ताला खुलवाया तो कमला रोती हुई बाहर निकली। उसने बताया कि मेरी व बच्चों को मारपीट करके हमें अलग-अलग कमरे में ताले में बंद कर दिया। बेटी के हाथ में चोट है। आप लोगों ने हमें छुड़वा दिया, वरना न जाने ये क्या करते। इस बीच पति-पत्नी एक बार फिर उलझ गए। दोपहर 1 बजे महिला व उसके बेटे ने कहा कि हम अब कोई लिखित रिपोर्ट नहीं करना चाहते। पुलिस ने यह बात लिखवाकर ले ली।
बताया जा रहा है कि पति अपना मकान बेचना चाह रहा था पत्नि इस बात का विरोध कर रही थी इस कारण पति और पत्नि के बीच झगड़ा हुआ था। और इस मकान का ग्राहक आज इसे देखने आ रहा था पत्नि ग्राहक के आगे कोई कहासुनी ना कर दे इस कारण ही पति ने पत्नि सहित बच्चो को दुसरे कमरे में बंधक बना कर बाहर से ताला लगा दिया था।
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