देशलहरा ने शिक्षा विभाग को बनाया प्राइवेट प्रॉपर्टी, बांट डाले शेयर्स

विशेष टिप्पणी: ललित मुद्गल/ शिवपुरी। शिवपुरी के जिला शिक्षा आधिकारी देशलहरा ने शिक्षा विभाग को प्राईवेट लिमिटेड बना दिया हैं और बिजनेस के नये फंडे निकाल कर प्राईवेट स्कू लो में अपनी शेयर डालकर अपने आप को उन स्कूलो का शेयर होल्डर बना लिया हैं आप स्वंय ही समझिए कि जब जिला शिक्षा अधिकारी खुद प्राईवेट स्कूलो के शेयर होल्डर हो गए है तो विभाग के नियम किस खूंटी पर टंगे होगें।

शिवपुरी समाचार डांट काँम कों सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार यह अपवित्र गठबंधन हुआ है,खतौरा के कुछ प्राईवेट स्कूलो और जिला शिक्षा आधिकारी के बीच। हमारे पास इसके पर्याप्त प्रमाण हैं जिसके अनुसार दिनाक  18-9-2012 को जनसुनवाई के माध्यम से शिकायती आवेदन क्रमांक 112988 के अनुसार ग्राम खतौरा में संचालित संस्कार विद्या मंदिर एंव अफसर पब्लिक स्कूल हैं इन स्कूलो में मान्यता है केवल आठवी क्लास तक और ये स्कूल चल रहे है 12वीं तक । यहां शिकायतकर्ता मनोज कुमार शर्मा ने अपने शिकायती आवेदन में लिखा कि जो ये स्कूल है इनकी आठवीं की मान्यता है वह भी शिक्षा के अधिकार नियम 2009 के तहत नियमो का ही अपहरण करकर दिया है।

इस शिकायती आवेदन के अनुसार ग्राम खतौरा में संचालित ये उपरोक्त स्कूलो के  पास सुविधाऐं केवल होर्डिंग फ्लैक्स और पर्चो पर प्रिटिंग होने वाला शब्द मात्र है क्योंकि इन स्कू लो में नियमानुसार खेल का मैदान नहीं है बच्चो के बैठने के लिए पर्याप्त कमरे भी नही है यह तक की इन स्कूलो की प्रार्थना भी कमरो में कराई जाती है। बाल शिक्षा अधिकार नियम 2009 के तहत कोई भी स्कूल का शिक्षक या संचालक किसी भी प्रकार की कोंचिग संचालित नहीं कर सकता न ही स्कूल में और घर पर परन्तु उपरोक्त स्कूलो में देवेन्द्र कोंचिग सेन्टर एंव अफसर कोंचिग सेन्टर एंव एकेडमी के नाम से संचालित की जा रही है।

कुल मिलाकर सीधे-सीधे शब्दो में कहे तो ये सब हो रहा है जिला शिक्षा अधिकारी देशलहरा और उपरोक्त स्कूल संचालको के अपवित्र गठबंधन के कारण, स्कूलो की मान्यता केवल आठवीं क्लास तक है और इनमें एडमिशन बारहबी तक तो ये स्कू ल इनके पेपर कहा और कैसे कराते होगें। इस पड़ताल की तो जानकारी मिली कि पास के ही शासकीय स्क्ूलो में ही इन छात्रो के एडमिशन है और पेपर भी शासकीय  स्कूलो में ही कराते है। फीस 500 रूपये महीना ये प्राईवेट स्कूल के संचालक वसूलते है और छात्र छात्राओ को मिलने  वाली सरकारी सुविधाये जैसे साईकिल गणवेश और भी सब इस अपवित्र गठबंधन की भेट चढ़ जाता है।

जब इस मामले में शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होने कहा कि मुझे ऐसे किसी स्कूलो की संचालित होने की जानकारी नही है मुझे इस मामले की जानकारी आपके द्वारा ही हुई है, जब जिला अधिकारी को हमारे संवाददाता ने आवेदन की तिथि व आवेदन क्रंमाक बताया गया तो देशलहरा साहब ने कहा ये शिकायत बहुत पहले कि गई थी,मैने स्वय इस मामले की जांच की थी मुझे बच्चे पढंते हुए मिले थे लेकिन बच्चो ने कहा कि वे स्कूल में नही कोंचिग पर पढं रहे है। ये शिकायतकर्ता आदतन शिकायकर्ता है, इस शिकायतकर्ता ने रंजिशन शिकायत की है अब आप कह रहे हो तो एक बार और जांच करा लेता हुँ।

इस मामले में शिकायतकर्ता का आवेदन चीख-चीख कर कह रहा है कि में श्री मान जी के समक्ष ऐसे छात्रो के फोटो इन स्कूलो के होर्डिगसो के पर लगे है उनके नाम आपके शासकिय स्कूलो में एडमिशन है इन होर्डिगो के फोटो आपको उपलब्ध करा सकता हुँ जिससे यह जाहिर हो जाएगा ये स्कुल किस हद तक धोखाधड़ी कर रहै है। यह बात जब जिला शिक्षा अधिकारी से कही गई कि अपने इस शिकायतकर्ता से संम्पर्क क्यो नही किया, इतना सुनकर देशलहरा साहब ने इस अपवित्र गठबंधन की लम्बी आयु के लिए मौन व्रत धारण कर लिया।
पाठको को हम यह जानकरी देदे की प्रकाशित फोटो शिकायतकर्ता मनोज शर्मा ने ही शिवपुरी सामाचार डाँट काँम को उपलब्ध कराये है।








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