बेटी को लेने जा रही मार्शल नहर में गिरी, एक ही परिवार के पिता सहित चार घायल

शिवपुरी। शादी के बेटी का पहला लिवाने जा रहा एक परिवार बीती रात्रि को दुर्घटना का शिकार हो गया। रात में अंधेरे के कारण मार्शल गाड़ी चला रहे चालक को निर्माणधीन नहर नहीं दिख सकी और वह वाहन को बचाने का प्रयास करता लेकिन वह दुर्घटना को संभाल पाता उससे पहले ही मार्शल गाड़ी 20 फुट गहरी खाई में पलट गई।

घटना जिले के भौंती क्षेत्रांतर्गत आने वाले ग्राम पिंधारी की बताई गई है। इस दुर्घटना में लड़की के पिता सहित परिवार के चार लोग घायल है। जिन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इस मामले को संज्ञान में ले लिया है और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार करैरा अनुविभाग में स्थित ग्राम मुंगावली से भौंती स्थित हरपुरा में अपनी बेटी को लेने ससुराल जा रहे थे। जैसे ही रात्रि 9 बजे उनकी मार्शल वाहन क्रमांक एमपी 33 बी 0028 ग्राम पिंधारी के पास पहुंचा तभी वहां पहले से ही निर्माणाधीन नहर अंधेरे के कारण नहीं दिखी और उनकी मार्शल निर्माणाधीन नहर में 20 फिट नीचे गिर गई। 

जिससे उसमें सवार राजेश लोधी, गजराज लोधी, ब्रजेश लोधी और अमित लोधी गंभीर रूप से घायल हो गए जबकि उसमें सवार चार अन्य सदस्यों को मामूली चोटें आई हैं। घटना की जानकारी लगते ही ग्रामीणजन घायलों को बचाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे और अपने स्तर से घायलों को उपचार हेतु जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। पुलिस ने भी मामला विवेचना में ले लिया है।

संकेतक बोर्ड ना होने से हुआ हादसा

कल रात जब एक मार्शल वाहन में सवार होकर एक परिवार अपनी बेटी को ससुराल से लाने के लिए जा रहा था। तभी उनका वाहन एक निर्माणाधीन नहर में गिर गया और उसमें सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि यह हादसा निर्माणाधीन नहर के पास कोई भी सांकेतिक बोर्ड नहीं लगे होने के कारण हुआ है। अगर इस स्थान पर कोई सांकेतिक बोर्ड लगा हुआ होता तो यह हादसा नहीं होता।

घटना के बाद लगे संकेतक बोर्ड

ग्राम पिंधारी में हुए हादसे के बाद रातोंरात निर्माण ऐजेंसी कर्मचारियों ने आनन-फानन में सांकेतिक बोर्ड लगा दिए। यह आरोप गांव पिंधारी के प्रकाश मेहते, नीरज गुप्ता, मुलायम रजक, नरेन्द्र रजक आदि ग्रामीणों ने लगाए हैं। उन्होंने कहा कि रात्रि 9 बजे यह हादसा हुआ। इसके बाद ग्रामीणों ने वाहन में फसे हुए लोगों को निकाला। जब तक वहां कोई भी सांकेतिक बोर्ड नहीं लगे थे, लेकिन अर्धरात्रि में आनन-फानन में यह बोर्ड लगा दिए। ग्रामीणों ने इन कर्मचारियों की लापरवाही से हुए हादसे के बाद दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग की।