श्रम दिवस मनाना पत्रकारों का मूल कर्तव्य : सुरेश शर्मा

शिवपुरी-श्रम से अर्जित आय करने वाले श्रमजीवी पत्रकारों का मूल कर्तव्य है कि वह प्रति वर्ष श्रम दिवस मनाऐं क्योंकि यह दिन हमें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करता है इसीलिए 01 मई संपूर्ण प्रदेश भर में एक साथ श्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है और इसके लिए श्रमजीवी पत्रकार संघ सदैव प्रयासरत रहता है

कि मजदूरों की भांति कार्य करने वाला पत्रकार भी अपने हक के लिए श्रम करें और उसे पाना उसका मौलिक अधिकार है हम शासन और प्रशासन को अपनी लेखनी के माध्यम से जनहित की समस्याओं को तो बता देते है लेकिन हमें अपने अधिकारों का भी ज्ञान हो इसलिए श्रमजीवी पत्रकार संघ श्रम दिवस मनाता है श्रम दिवस की इस महत्वता पर प्रकाश डाल रहे थे संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष एवं ग्वालियर-चंबल संभाग प्रभारी सुरेश शर्मा जो स्थानीय मंगलम् लॉज में आयोजित श्रमजीवी पत्रकार संघ के श्रम दिवस कार्यक्रम को मुख्य अतिथि की आंसदी से संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अन्य वरिष्ठ पत्रकार अशोक कोचेटा, प्रमोद भार्गव, वीरेन्द्र शर्मा भुल्ले, वीरेन्द्र वशिष्ठ, भूपेन्द्र विकल व श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष अभय कोचेटा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।

कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए वरिष्ठ पत्रकार अशोक कोचेटा ने कहा कि आज पत्रकार भी मजदूर की भांति है वह श्रम से अर्जित आय के द्वारा अपने घर का भरण-पोषण कर रहा है श्रमजीवी पत्रकार संघ की यह पहल प्रशंसनीय है कि वह अपने अधिकारों और पत्रकारों के हितों में संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है और यह होना भी चाहिए पत्रकारों का यह मौलिक अधिकार है और मई दिवस ऐसे में पत्रकारों के लिए सामयिक शब्द है। वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद भार्गव ने कहा कि मजदूर दिवस का मूल अर्थ मजदूरों के अधिकारों की पैरवी करना है लेकिन श्रमजीवी पत्रकार संघ प्रतिवर्ष पत्रकारों के हितों की रक्षा व उनके अधिकारों का हनन ना हो इसके लिए मई दिवस श्रम दिवस के रूप में मनाता है ऐसे में पत्रकार भी अपनी पूरी क्षमता व कार्यकुशलता के साथ अपने कर्तव्य का निर्वह करें। 

वरिष्ठ पत्रकार वीरेन्द्र शर्मा भुल्ले ने कहा कि आज पत्रकारिता जुनून हो गई है लेकिन यह जुनून हमें अपने अधिकारों के प्रति भी लाना चाहिए पत्रकारों को किन योजनाओं का लाभ मिल रहा है किन का नहीं, कहीं पत्रकारिता के अधिकारों का हनन तो नहीं हो रहा ऐसी सभी बातों का हमें ध्यान रखना होगा, श्रम दिवस हमें अपने मौलिक अधिकारों के प्रति चेताता है कि हम जिस जुनून के साथ काम करें उसी प्रकार से अपने अधिकारों को भी जानें। पत्रकार भूपेन्द्र शर्मा विकल ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 1960 की ट्रेड यूनियन में श्रमजीवी पत्रकार संघ एक ऐसा संघ है जो ट्रेड यूनियन में शामिल है और शासन की सभी योजनाओं का लाभ पाना पत्रकारों का भी कर्तव्य है समय-समय पर कार्यशालाऐं व पत्रकारों को उनके अधिकारों के प्रति संवेदनशील रहने के लिए श्रमजीवी पत्रकार संघ श्रम दिवस मनाता है यह अच्छा योजना है इससे हमें सीख लेकर अपने हितों को पूरा करने के लिए आगे आना चाहिए। 

अध्यक्षता कर रहे श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष अभय कोचेटा ने कहा कि  पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए श्रमजीवी पत्रकार संघ सदैव प्रयासरत है और हर जिले व तहसील के पत्रकारों को उनके अधिकारों का लाभ मिले इसके लिए हमारे प्रयास जारी है श्रम दिवस मनाने से हमारा उद्देश्य पूरा नहीं होता वरन् पत्रकारों की समस्याओं का हल होना, उन्हें मिलने वाली योजनाओं का लाभ उन्हें दिलाना और हर कदम पत्रकारों के लिए खड़े रहकर कार्य करना श्रमजीवी पत्रकार संघ का मूल कर्तव्य है वह हम निभाऐंगें। कार्यक्रम का सफल संचालन वीरेन्द्र वशिष्ठ एवं संजीव बांझल ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर पत्रकारों ने भरी दुपहरी में पैदल रैली निकाली जिसे देखकर सभी लोग हतप्रभ रह गए कि शिवपुरी में पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए रैली निकाली गई इस रैली की आमजन द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गई तत्पश्चात संघ के द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में कलेक्टर आर के जैन स्वयं ज्ञापन लेने आए और उन्होंने पत्रकारों की मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन दिया।

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