शिवपुरी-गत दिवस शांतिनगर में हुए गोलीकाण्ड में घायल के बयान और प्रत्यक्षदर्शी के बयानों को पुलिस तवज्जो नहीं दे रही। यह कहना है गोलीकाण्ड में घायल पीडि़त सौरभ के पिता महेन्द्र नायक का। जो इस मामले में पुलिस की भूमिका को संदेह के घेरे में ला रही है।
श्री नायक का कहना है कि घटना के बाद आए दिन समाचार पत्रों में प्रकाशित पुलिस के बयान यह साबित कर रहे है कि इस मामले में वह ढिलमुल रवैया अपनाऐंगें। ऐसे में पीडि़त के पिता ने पुलिस अधीक्षक से इस मामले में निष्पक्ष न्याय की गुहार लगाई है और शीघ्र आरोपी युवक गोलू व्यास की गिरफ्तारी की मांग की है।
यहां बता दें कि गत दिवस शांति नगर क्षेत्र में सौरभ नायक पुत्र महेन्द्र नायक और उसका मौसी का लड़का विकास पुत्र घनश्याम शर्मा का विवाद पुरानी शिवपुरी निवासी व गुना कृषि उपज मण्डी के सचिव रामजी व्यास के पुत्र गोलू व्यास के साथ हुआ था जिसमें विवाद के कुछ देर बाद ही गोलू ने कट्टे से सौरभ पर फायर झोंक दिया जो कि गोली उसके पैर में लगी। तभी से इस मामले में आरोपी पक्ष स्वयं को बचाने के लिए इस मामले को संदिग्ध बताने से भी परहेज नहीं कर रहे है।
इस मामले में पुलिस की संवेदनशीलता भी नगण्य है जहां वह मीडिया के बीच पुलिस अधिकारियों के बयान कि इस मामले को संदिग्ध माना जा रहा है इस तरह के बयानों से फरियादी पक्ष हैरान और भयभीत है क्योंकि सरेआम आरोपी की पहचान होने के बाद सौरभ ने उसका नाम लिया और इसकी पुष्टि उसके साथी विकास शर्मा ने भी की लेकिन पुलिस का मीडिया के बीच आने वाले बयान इस मामले को संदेह के घेरे में लाकर पुलिस की भूमिका पर सवालिया निशान लगा रहे है। इन हालातों में फरियादी घायल युवक सौरभ नायक एवं उसके पिता महेन्द्र नायक ने पुलिसिया कार्यप्रणाली पर संदेह व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक से इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है।