थानेदार ने मांगे पांच हजार, नहीं दिए तो लगाई ड्रायवर की कुटाई, ड्रायवर एसपी की शरण में

शिवपुरी। ग्वालियर से बकरे की खाल भरकर महू इंदौर की ओर जा रहे एक ट्रक को चैकिंग के दौरान सुभाषपुरा पुलिस के थानेदार ने रोका और जांच पड़ताल की, जांच पड़ताल के दौरान जब कोई खामी नजर नहीं आई तो थानेदार ने ट्रक ड्रायवर दबाब बनाकर अवैध वसूली के रू प में 5 हजार रूपये की मांग की जिस पर ट्रक ड्रायवर गिड़गिड़ाया लेकिन उसकी सुनवाई तो नहीं हुई बल्कि थानेदार के सामने ही अन्य पुलिसकर्मीयों ने इस ट्रक चालक की जमकर कुटाई कर डाली।

अपने साथ हुए इस दुव्र्यवहार व मारपीट को लेकर पूरी जानकारी अपने ट्रक मालिक को दी और गुरूवार सुबह पुलिस अधीक्षक के समक्ष अपनी शिकायत लेकर न्याय की गुहार लगाने एसपी की शरण में गिर गया। मौके को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने ट्रक ड्रायवर को आश्वस्त किया कि उसकी समस्या का निदान होगा और मामले की जांच की जाएगी जिसमें दोषी को बख्शा नहीं जाएगी। इस आश्वासन के बाद ट्रक ड्रायवर व मालिक ने कुछ राहत की सांस ली है। 

जानकारी के मुताबिक इंदौर जिले के महू कस्बे के बकरों की खालों का क्रय-विक्रय करने वाले एक व्यापारी ने आरोप लगाया है कि कल रात्रि को सुभाषपुरा पुलिस ने वाहन की चैकिंग के नाम पर उसके ट्रक को रोका और अवैध बसूली के लिए उसकी पिटाई की। फरियादी फैजानउल्ला उर्फ फिरोज ने एसपी को शिकायत की कि सुभाषपुरा थाने के एएसआई तथा अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे बुरी तरह पीटा तथा उसके पांच हजार रूपये छिना लिये। फरियादी ने एसपी से मामले की जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों को दण्डित करने की मांग की है। आवेदन में फिरोज ने बताया है कि 10 अप्रैल को वह जयहनुमंता ट्रांसपोर्ट कंपनी ग्वालियर के माध्यम से ट्र्रक क्रमांक एमपी 07 ए 2745 में ग्वालियर से क्रय की गई बकरे की खाल भरकर महू जा रहा था। 

तभी रात में लगभग 12:30 बजे सुभाषपुरा पुलिस ने वाहन की चैकिंग के नाम पर उसके वाहन को रोका तथा वहां मौजूद एएसआई और चार पुलिसकर्मियों ने उससे पूछताछ की। फरियादी ने वाहन के कागजात, चिट्टी और बिल्टी आदि बताए, लेकिन पुलिसकर्मी संतुष्ट नहीं हुए और उससे पांच हजार रूपये की मांग की। जब उसने देने से मना किया तो उसे धौंस दी गई कि गांजा, शराब आदि रखकर ट्रक को जप्त कर लिया जाएगा। उसे डंडों से बुरी तरह पीटा गया तथा मोबाईल और पांच हजार रूपये छिना लिए गए। तीन घंटों तक उस पर भारी अत्याचार करने के बाद उसे मोबाईल देकर छोड़ा गया, लेकिन पांच हजार रूपये वापिस नहीं किए। 

क्या कहते हैं थाना प्रभारी

फरियादी फिरोज द्वारा लगाए गए आरोप गलत हैं। यह सत्य है कि कल रात उसके ट्रक को चैकिंग के लिए रोका गया था। इस पर शिवपुरी से किसी धाकड़ ने मोबाईल पर ट्रक छोडऩे को कहा, लेकिन हमने कहा कि जब तक संतुष्ट नहीं हो जाएंगे तब तक ट्रक नहीं छोड़ेंगे और पैसे लेकर ट्रक छोडऩे की तो कोई बात नहीं है। हमें अंदेशा था कि ट्रक में बकरे की खाल के साथ अन्य जंगली जानवरों की खालें हो सकती हैं। बाद में ट्रक को छोड़ दिया गया। शायद छोडऩे के लिए सिफारिश न मानने के कारण यह झूठी शिकायत की गई है। 

थाना प्रभारी 
सुभाषपुरा पुलिस