32 हजार 711 बालिकाओं की पढ़ाई और विवाह हेतु सरकार ने जमा किए सवा 55 करोड़

शिवपुरी- बच्ची को बोझ समझे जाने की मानसिकता से मुक्ति तथा बालिकाओं के आर्थिक व शैक्षणिक विकास हेतु मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर प्रारंभ की गई ''लाडली लक्ष्मी योजना" के अंतर्गत शिवपुरी जिले की 32 हजार 711 बालिकाऐं लाभान्वित हो रही है। इन बालिकाओं के माता-पिता को बालिकाओं की पढ़ाई के साथ-साथ उनकी शादी की चिंता से भी मुक्ति मिल गई है।


क्योंकि सरकार द्वारा उनकी बलिकाओं के लिए 55 करोड़ 22 लाख 16 हजार रूपयें की राशि जमा कर दी है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती उपासना राय ने बताया कि 1 जनवरी 2006 के बाद से जन्म लेने वाली बच्चियों को आगामी 5 वर्षों तक प्रति वर्ष 6 हजार के मान से 30 हजार रूपयें राष्ट्रीय बचत पत्र के रूप में पोस्ट ऑफिस में राज्य सरकार द्वारा जमा कराये जाते है। योजना का लाभ उन अभिभावकों को प्राप्त होता है, जिन्होंने दो जीवित बच्चे होने पर परिवार नियोजन को अपना लिया हो तथा आयकरदाता न हो।

उन्होंने बताया कि शिवपुरी जिले में वर्ष 2007-08 से मार्च 2013 तक 32 हजार 711 बालिकाओं को इस योजना से जोड़ा जा चुका है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2007-08 में जिले में 768 बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी योजना से जोड़ा गया है जिन्हे 30 हजार की एन.एस.सी. गत 5 वर्षों में प्रदान कर 2 करोड़ 30 लाख 40 हजार रूपयें की राशि प्रदान की जा चुकी है। वर्ष 2008-09 में 4 हजार 923 बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी बनाते हुए 14 करोड़ 76 लाख 90 हजार रूपये, वर्ष 2009-10 में 4 हजार 913 बालिकाओं को 24 हजार रूपयें के मान से 11 करोड़ 78 लाख 12 हजार रूपये, वर्ष 2011-12 में 7190 बालिकाओं को 18 हजार रूपयें के मान से 12 करोड़ 94 लाख 20 हजार रूपये, वर्ष 2011-12 में 7 हजार 442 बालिकाओं को 12 हजार रूपयें के मान से 8 करोड़ 93 लाख 40 हजार रूपयें तथा वर्ष 2012-13 की बालिकाओं को 6 हजार के मान से 4 करोड़ 48 लाख 50 हजार रूपयें के मान से राष्ट्रीय बचत पत्र पोस्ट ऑफिस के माध्यम से तैयार कर प्रदाय किए जा चुके है। श्रीमती राय ने बताया कि इस राशि का भुगतान बालिका के कक्षा 6 में प्रवेश करने पर दो हजार रूपये, कक्षा 9 वीं. में प्रवेश करने पर चार हजार रूपयें, कक्षा 11 वीं में प्रवेश करने पर साढ़े सात हजार रूपयें तथा ग्यारहवी और 12वीं पढ़ाई के दौरान 200 प्रतिमाह के मान से किया जावेगा। बालिका के 21 वर्ष की होने पर, विवाह करने पर एक लाख रूपयें की एक मुश्त राशि प्रदान की जावेगी। इस प्रकार एक ही योजना के माध्यम से बालिका की पढ़ाई से लेकर विवाह तक की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।