दोनों ही पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण है नरवर चुनाव

राजू (ग्वाल) यादव/ शिवपुरी/ नरवर नगर पंचायत में आज होने वाला मतदान भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के लिए महत्वपूर्ण है। यहां चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। भाजपा ने यहां एक व्यावसाई जिनेन्द्र जैन बल्लो को टिकिट दिया है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने मनोज माहेश्वरी जो भाजपा से आयतित होकर कांग्रेस में आए है को मौका दिया है।

पिछले दिनों हुआ यहां चुनाव प्रचार जोरों पर रहा। भाजपा से यहां चुनाव प्रचार के लिए पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, स्वास्यि मंत्री नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा राज्यमंत्री महेन्द्र हार्डिया सहित कई नेताओं ने यहां मोर्चा संभाले रखा जबकि कांग्रेस से भी कई नेता यहां अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगते नजर आए। सत्ताधारी दल के लिए इस चुनाव को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर के प्रदेश में कमान संभालने के बाद उनके इलाके में पहला यह चुनाव है। जिसमें भाजपा की मुसीबत सीधे तौर पर कांग्रेस ने बढ़ा दी है। नरेन्द्र सिंह तोमर के ही गृह संसदीय क्षेत्र ग्वालियर में आने वाले नगर पंचाय नरवर के चुनाव परिणाम भविष्य के चुनाव की दशा तय करेंगें इसके लिए इसके परिणामों पर सबकी निगाहें है। 

यहां के चुनाव परिणामों को लेकर भाजपा के नेताओं के बीच भी उत्सुकता का माहौल है। इसी उत्सुकता के बीच प्रदेश स्तर पर पार्टी के वरिष्ठ नेता नरवर चुनाव को लेकर सक्रिय बने हुए है। सक्रियता के कारण ही कई बड़े पदाधिकारी और नेता यहां पार्टी के प्रचार के लिए आए वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के लिए भी नरवर नगर पंचायत के चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए भी यहां के चुनाव परिणाम काफी मायने रखेंगें। ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस में प्रदेश की कमान सौंपे जाने की मांग स्थानीय कई नेताओं द्वारा बार-बार उठाई जाती रही है। 

नरवर नगर पंचायत के चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया तो प्रचार के लिए नहीं आए मगर उनके बगैर प्रचार के यहां कांग्रेस क्या कर पाती है  यह देखने वाली बात होगी। कई सिंधिया समर्थक नेता जैसे कि वीरेन्द्र रघुवंशी, हरिबल्लभ शुक्ला, रामकुमार शर्मा, राकेश जैन आमोल, हरवीर रघुवंशी, जगमोहन सिंह सेंगर, संदीप माहेश्वरी, सगीर खान अपने दल के लिए वोट मांगते नजर आए। इन सिंधियानिष्ठों का कहना है कि यहां के चुनाव परिणाम भाजपा को उसकी वास्तविकता को बता देंगें वहीं दूसरी ओर भाजपा के लिए वोट मांग रहे पार्टी के जिलाध्यक्ष रणवीर रावत कहते हैं कि  नरवर नगर पंचायत के चुनाव उनकी पार्टी ने विकास को सामने रखकर लड़ा है। जनता यह जानती है कि म.प्र. में किस प्रकार से  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनहितैषी योजनाओं को चलाकर हर वर्ग का कल्याण किया है और यही विकास की गाथा अब नरवर में लिखे जाने का वक्त है। 


देवेन्द्र और ओमप्रकाश की प्रतिष्ठा दांव पर


नरवर नगर पंचायत में भाजपा के चुनाव प्रभारी देवेन्द्र जैन और सह प्रभारी ओमप्रकाश खटीक की प्रतिष्ठा यहां चुनाव परिणामों से जुड़ी है। भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि देवेन्द्र जैन और ओमप्रकाश खटीक ने ही यहां पर जिद करके जिनेन्द्र जैन बल्लो को टिकिट दिलाया। इन दोनों नेताओं ने ही रात-रात भर बैठकर अपनी एकला चलो नीति से खिचड़ी पकाकर अन्य नेताओं की सलाह को कोई तवज्जो नहीं दी। मामला बिगडऩे पर पूरी रिपोर्ट भोपाल भेजी गई उसके बाद ही भाजपा में ऊपर से नीचे तक हलचल मची और बल्लो के प्रचार में तेजी लाई गई। अब यहां के परिणाम इन दोनों नेताओं के भविष्य को भी तय करेंगें। यदि यहां जीत मिली तो जीत का श्रेय इन दोनों को जाने के बजाए यहां काम करने वाले अन्य भाजपाई नेताओं को जाएगा और यदि भाजपा यहां हार गई तो देवेन्द्र जैन और ओमप्रकाश की पार्टी के अंदर मुसीबतें बढऩा तय माना जा रहा है। 


आखिरकार नहीं आई यशोधरा


नरवर नगर पंचायत के चुनाव में प्रत्याशी चयन में अपनी उपेक्षा से यशोधरा राजे सिंधिया भाजपा नेताओं से शुरू से ही नाराज रही। प्रत्याशी चयन में देवेन्द्र जैन ने अपनी मोनो पोली चलाई। बीच में यह बात कुछ भाजपाईयों ने उड़ाई कि नगर पंचाय नरवर के चुनाव प्रचार में यशोधरा राजे सिंधिया भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में आ सकती है। यह बात महज कोरी अफवाह साबित हुई। भाजपा में दम भरने के लिए यशोधरा के स्थान पर प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर अवश्य आए,यशोधरा ने इस चुनाव से दूरी बना ली। अब 18 जनवरी को आने वाले परिणाम यह बताऐंगें कि यशोधरा द्वारा चुनाव से दूरी बनाने पर भाजपा को कितना फायदा हुआ और कितना नुकसान।