प्रभात जी बिहार का टिकिट बुक करा लीजिए...!



राजू (ग्वाल) यादव/ शिवपुरी। अपनी भुली बिसरी बातों को लेकर पछतावा करना तो आए दिन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा की नियती सी बन गई जान पड़ती है क्योंकि बीते कुछ समय पूर्व ही पिछोर में कद्दावर नेता के.पी. सिंह को महिलाओं के जूं की संज्ञा दी तो वहां जातिवाद और क्षेत्रीय जनता में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के बयान के खिलाफ जनाक्रोश भड़का लेकिन समय रहते अपनी गलती स्वीकार करते हुए क्षमा याचना के साथ यह मामला वहीं रह गया परन्तु एक बार फिर से भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा साहब ने अब केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर आरोप लगा डाले। 


शिवपुरी प्रवास पर आए श्री झा साहब ने आते ही मीडिया से देरी की क्षमा याचना करते हुए सीधे बिना सोचे-विचारे जाने केन्द्रीय मंत्री व गुना-शिवपुरी के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर 602 करोड़ रूपये की भूमि के आरोप लगा डाले इन आरोपों में कितनी सत्यता है यह तो स्वयं श्री झा साहब को भी नहीं पता। लगता है कि वे जैसे ही शिवपुरी आए तो श्री सिंधिया के खिलाफ भरे हुए थे तभी तो आते हुए सीधे सर्किट हाउस में पत्रकारों के समक्ष संगठन चुनावों की बात छोड़ सिंधिया पर अपने तीर छोड़ दिए। लेकिन झा साहब आपकी बातों में कितनी सच्चाई है यह तो स्वयं आप ही नहीं जानते तो सिंधिया पर आरोप कैसे लगा रहे है? यह बात सभी के जेहन में है क्योंकि श्री झा पर स्वयं भी आरोप है कि उन्होंने आदिवासियों की जमीन पर कब्जे किए जब अपने आरोपों का पर्दाफाश यह नहीं कर पाए तो श्री सिंधिया पर आरोप लगाने से पहले अपने आरोपों से तो बच लेते। अब तो यह चर्चा है कि झा साहब अपने बिहार की टिकिट बुक करा लो...!

जी हां, जिस प्रकार से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा ने बिना तथ्यों के सीधे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर आरोप लगाए है वह संशय वाले है और कई सवालों को जन्म देते है जैसे कि क्या प्रभात झा को पता है कि सिंधिया ट्रस्ट की जमीन अतिक्रमण में है या वह शासकीय जमीन पर जबरन कब्जे किए है, वहीं बिना कागजों के ही श्री झा ने सिंधिया पर आरोप लगा दिए कि उन्होंने 602 करोड़ रूपये की भूमि पर कब्जा किया क्या ये सही है, आखिरकार बिना तथ्य सबूतों के श्री सिंधिया पर आरोप लगाना छोटी मानसिकता का प्रतीक जान पड़ता है वहीं स्वयं को भी हाईलाईट करने का भी यह एक तरीका लगता है। 

प्रदेश भर में श्री झा के सिंधिया पर आरोप से यह मामला प्रदेश भर में चर्चा का विषय बन गया है वहीं कांग्रेसियों ने मुखर विरोध करते हुए  आए दिन सिंधिया के पक्ष में अपने बयान दिए है। हमारा कहना यह नहीं है कि श्री झा ने सिंधिया पर आरोप लगाए है वह सही या गलत हम तो यह जानना चाहते है कि जब स्वयं बेदाग नहीं तो किसी अन्य पर आरोप क्यों, और फिर भी केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने श्री झा के बयान पर कोई टिप्पणी भी नहीं की यानि वह जानते है कि उनके कद के आगे इस तरह के बयानबाजी का उन पर कोई असर नहीं होना है। वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी साफ कहते है कि सन् 1941 से सिंधिया परिवार जनसेवा में लगा है और यहां कोई भी शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा नहीं है बल्कि वह स्टेटकाल की जमीन है और यदि हैं भी तो प्रभात झा वह दस्तावेज लाए और साबित करके दिखाऐं। इस बारे में श्री झा ने शिवपुरी विधायक माखन लाल राठौर और कोलारस विधायक देवेन्द्र जैन की ड्यूटी लगाई है कि वह सिंधिया ट्रस्ट की जमीनों की जानकारी एकत्रित करें और प्रदेश मंत्री ओमप्रकाश खटीक व जिलाध्यक्ष रणवीर रावत के साथ मुख्यमंत्री को इस मामले से पूर्णत: अवगत कराए। 

शिवपुरी में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश भर के विभिन्न प्रांतों से खबरें निकल-निकल कर सामने आ रही है कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा ने ऐसा बयान इसलिए दिया क्योंकि आगामी समय में मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार के रूप में यदि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आगे आए तो फिर भाजपा को अपनी हैट्रिक करने के लाले पड़ सकते है हालांकि कांतिलाल भूरिया अघोषित रूप से यह स्वीकार कर चुके है कि अगला चुनाव उनके ही नेतृत्व में होगा खैर अभी तो समय है फिर पार्टी जो निर्देश देगी वह सर्वमान्य होगा। लेकिन श्री झा के बयानों के बाद अब ऐसा लग रहा है कि जैसे उन्होंने पूर्व में के.पी. सिंह के विरूद्ध आवाज उठाई तो उन्हें मुंह की खानी पड़ी इसी तरह अब यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ एफ.आई.आर. की बात है तो इस मामले में एक माह के भीतर यदि प्रभात झा ने कोई ध्यान नहीं दिया तो कांग्रेसी जरूर श्री झा के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराने से बाज नहीं आऐंगे। ऐसे में कहीं ऐसा ना हो कि प्रभात झा को बिहार का टिकिट कटा लेना चाहिए...। 

कलेक्टर किंग्सली को दी थी झा ने बधाई


अपने शिवपुरी प्रवास के दौरान पत्रकारों से मुखातिब होते हुए सबसे पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा ने तत्कालीन कलेक्टर रहे जॉन किंग्सली को बधाई का पात्र बताया जिन्होंने सिंधिया ट्रस्ट द्वारा शासकीय जमीन पर बाउण्ड्री बनाकर उसमें से निकलने वाली पीडब्ल्यूडी विभाग की सड़कों को दबाया था चूंकि इस मामले को कुछ समाचार पत्रों ने भी प्रकाशित किया जिससे यह मामला उजागर हुआ। इस मामले में श्री झा ने कलेक्टर किंग्सली के प्रयास की सराहना की कि उन्होंने कम से कम इस मामले में सिंधिया ट्रस्ट को नोटिस तो दिया लेकिन अब तक नोटिस का जबाब ना मिलने से वह असंतुष्ट है। इसीलिए श्री झा ने शिवपुरी आते ही सबसे पहले केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जुबानी हमला बोलते हुए उन पर 602 करोड़ रूपये की भूमि कब्जाने का आरोप लगाया।