वो नाराज था भगवान से, तोड़ डालीं मंदिर की मूर्तियां

शिवपुरी- जिले के  पिछोर में आज उस समय तनाव की स्थिति निर्मित हो गई जब स्थानीय मोती सागर तालाब स्थित जलेश्वर मन्दिर की मूर्तियां टूटने की घटना सामने आई। जब प्रात: श्रद्धालु मंदिर में पूजा करने वाले पहुचे तो वहाँ भगवान की मूर्तीयां छिन्नभिन्न अवस्था में देख लोगो में आक्रोश फैल गया और देखते ही देखते वहाँ लोगो का हुजूम इकटठा हो गया मां पार्वती,गणेश, कार्तिकेय नंन्दीश्वर की मूर्तियां तोडने वाले को गिरफतार करने की मांग लोग करने लगे। इसकी सूचना शीघ्र ही पुलिस को दी गई।


जिस पर मौके पर पुलिस पहुंची जांच पडताल कर प्रारंभ करने पर जब कुुछ  पता नहीं चल सका तो एसपी व कलेक्टर को पूर्व राजस्व मंत्री लक्ष्मीनारायण गुप्त ने दूरभाष पर घटना की जानकारी दी। जिससे एसपी ने तत्काल करैरा एसडीओपी अमितसिंह, खनियाधाना टीआई कैलाश बावू आर्य, भौंती थाना प्रभारी जितेन्द्र नगाईच को जांच हेतु भेजा। एसडीओपी श्री सिंह के निर्देशन में जांच आरंभ करते ही कुछ सुराग मिले। 
 
जिसकी मदद से कुछ ही घंटों में घटना को अंजाम देने वाले आरोपी को घर पर जाकर धर दबोचा। बताया जाता है कि सुबह 5-6 के  बीच गोविंदास योगी एक शादी में बारात में लगाये गये घोडे के पैसे लेने जा रहा था तभी उसने मंदिर में पत्थर लिये जाते संतोष प्रजापति पुत्र भैरोंसिंह उम्र 25 वर्ष निवासी पिछोर को देखा जिससे पुलिस ने संतोष को उसके घर पर गिरफ्तार कर लिया। फिर एसडीओपी के पूछने पर संतोष ने अपने द्वारा घटना को अंजाम देने की बात कबूली। पुलिस द्वारा पूछाताछी के दौरान संतोष प्रजापति मानसिक रूप विछिप्त बताया गया। आरोपी को गिरफतार कर उसके विरूद्घ धारा 295 आइपीसी के तहत मामला पंजीवद्घ किया गया।
 

मददगार होंगे पुरूस्कृत

प्राचीन मंदिर में शिव परिवार की मूर्तियों को तोडने पर जहां अशांति का माहौल ब्याप्त हो रहा था एैसी स्थिति में जब लोग कुछ भी बताने से मुकर रहे थे तब एक स्थानीय व्यक्ति गोविंदास योगी उर्फ तोता ने साहस दिखाकर आरोपी का ना सिर्फ नाम बताया वल्कि आरोपी के समक्ष बयान भी दिया। पुलिस की जानकारी के मुताबिक पुलिस की मदद करने वाले गोविंदास उर्फ तोता योगी को पुलिस अधीक्षक आरपीसिंह द्वारा पुरूस्कृत किया जावेगा।