संतोष कुमार
पोहरी-जिले के पोहरी अनुविभाग में पंचपरमेश्वर योजना पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है, जिसका खामियाजा पंचायतों को भुगतना पड़ रहा है। पंचायतों में काम के नाम पर पर पिछले तीन माह से एक भी कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है, कहीं प्रशासनिक एवं तकनीकि स्वीकृति का आभाव है तो कहीं पंचायतों के खाते नहीं खुल सके हैं।
इस योजना के तहत अब तक 90 में से महज कुछ पंचायतों के खोले गये हैं बैंक में जबकि कई आज भी खुलने के इंतजार में है वहीं ए एस और टीएस में पंच परमेश्वर का कार्य उलझा हुआ है। योजना के तहत कई पंचायतों के खाते खुलने के बाद भी पैसे आहरण करने के अधिकार नहीं मिले है साथ ही इस कार्य में मॉनीटरिंग के लिए अन्य विभाग के ईई को नियुक्त किया जाना है। इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए यूं तो अलग से कैसबुक और एम बी बनेगी जिस पर कम से कम 10 प्रतिशत राशि खर्च होगी और अन्य कार्यों पर योजना के तहत कार्य होंगे। पंचायतों को पंचपरमेश्वर योजना की राशि में महज 10 प्रतिशत राशि अन्य कार्यों पर खर्च करने का अधिकार होगा। जिसमें पंचायत की साफ सफाई एवं पानी की मोटरों की दुरस्ती कार्य शामिल होंगे। इसके अलावा किसी अन्य कार्य पर इस राशि का इस्तोमाल नहीं किया जा सकेगा।
नरेगा एवं पंचपरमेश्वर मिलकर करेगें सीसी रोड का निर्माण
पंचपरमेश्वर योजना में बनाई जाने वाली सीसी सडकों के निर्माण में 33 प्रतिशत नरेगा की राशि एवं 67 प्रतिशत पंचपरमेश्वर योजना की राशि व्यय होगी, जिसमें से कार्य करने वाले मजदूरों का भुगतान नरेगा की राशि से तथा सीमेंट, बजरी एवं गिटटी का भुगतान पंचपरमेश्वर योजना की राशि से किया जायेगा।
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