शिवपुरी- झांसी से आवागमन हेतु पूर्व की तरह बसें पुन: चलाए जाने की मांग को लेकर स्थानीय माधव चौक पर धैर्यवर्धन की अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल आरंभ हो गयी है। आंदोलन का आगाज करने से पूर्व उन्होंने शहीद तात्याटोपे की प्रतिमाँ पर माल्यार्पण किया चन्द्रेश चतुर्वेदी, राजू आदिवासी सहित आधा दर्जन लोग उपवास पर बैठे। धरने में शिवपुरी के पूर्व मंडी अध्यक्ष जानकीलाल वर्मा, पिछोर के पूर्व मंडी अध्यक्ष केदारनाथ मोदी, करैरा के पूर्व जनपद अध्यक्ष रामदास बिलैया, एकता परिषद के रामप्रकाश शर्मा, भारत स्वाभिमान के कैलाश स्वभाव एडव्होकेट अजय गौतम, जितेन्द्र लोधी, आंदोलनकारी शासन क तक अपनी मांग पहुंचाने की खातिर कड़कड़ाती सर्दी में भी खुले आसमान के नीचे रात बसेरा कर रहे हैं।
ज्ञात हो की उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मध्य प्रदेश की बसों को पिछले 4 महीने से झांसी में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। अब तक सैकड़ों नागरिकों ने बारी-बारी से आंदोलन स्थल पर पहुचकर अपनी पीड़ा से अवगत कराया। तथा धन्यवाद दिया। आंदोलन के संबंध में तथ्यात्मक पहलूओं की जानकारी देते हुए धैर्यवर्धन ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगभग 15 माह पूर्व 31 अगस्त 2010 को ही अस्थाई परमिट दिया जाना बंद कर दिया था। यात्रियों की परेशानी देखते हुए लगभग एक वर्ष तक पार्टी परमिट पर निर्धारित बसें चल रहीं थी।
यही कारण था कि आमजनता को कोई परेशानी न होने से वह इस तथ्य से अंजान थी। 31 अगस्त 2011 से शक्ति के साथ यह वैकल्पिक व्यवस्था भी समाप्त कर दिए जाने के कारण दिन भर चलने वाली सभी बसें बंद हो गई है। एक आश्चर्य जनक पहलू यह है कि उत्तर प्रदेश परिवहन की बसें अभी भी मध्य प्रदेश में आ जा रहीं है। परन्तू मध्य प्रदेश की बसों के संचालन की अनुमति नहीं है। परमिट जारी किए जाने के संबंध में ग्वालियर हाईकोर्ट में भी रिट पीटीसन दायिर की गई थी।
प्रकरण क्रमांक 5840/2011 में दिए गए अपने फैलसे में माननीय उच्च न्यायालय ने प्रमुख सचिव परिवहन, सचिव परिवहन एवं स्टेट ट्रासपोट अथोटी को आदेश किया की 60 दिवस के अंदर प्रकरण का निराकरण करें। तीन माह से अधिक समय व्यतीत हो जाने के बाबजूद भी निराकरण न करना माननीय न्यायालय के अभिमानना है। आंदोलन के पहले दिन अपनी संबोदन में धैर्यवर्धन ने मांग की है कि शिवपुरी जिलाधीश यात्रियों की सुविधा की खातिर पार्टी परमिट जारी कराएं। तथा झांसी जिलाधीश से मीटिंग करके यात्रियों को तात्कालिक तौर पर राहत दिलवाएं। शिवपुरी से प्रतिदिनि एक हजार यात्री झांसी से आवागमन करता है।
आंदोलन की भूमि का में हरीश कोहली, चन्द्रेश चतुर्वेदी, रामप्रकाश शर्मा, प्रणय शर्मा, राजाबाबू सिंह कुशवाह, बृजमोहन निगोती, पप्पू राजा पड़ोरा, पवन कृष्ण उपमन्यू, राजीव दुबे, दुर्गेश गुप्ता, राजू आदिवासी, जेपी दुबे, डॉ. मुकेश अनुरागी, धीरेन्द्र धाकड़, रामदास लक्ष्यकार, विशंभर दयाल, सुदामा खटीक, सुधीर फण्डीस, यशवंत सिंह यादव आदि शामिल हैं।
