जबलपुर। घटना बेलबाग थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने बताया कि भानतलैया चौधरी मोहल्ला निवासी मेघा चौधरी 28 वर्ष की उपचार के दौरान निजी अस्पताल में मौत हो गई। मेघा की हालत के लिए उसके देवर को जिम्मेदार ठहराया गया था। जिसे दुष्कर्म के आरोप में पुलिस जेल भेज चुकी है।
मेघा ने 13 मई को अपने देवर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पति कौशिक चौधरी ने मेघा को अपने भाई के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा था। कुछ दिन बाद 13 मई को मेघा के विषपान करने का पता चला। पुलिस ने बताया कि मेघा की मौत के बाद लोगों से पूछताछ की गई। इस दौरान पता चला कि देवर के जेल जाने के बाद मेघा ने पति कौशिक को अपनी बेगुनाही बताई। कुछ दिन बाद कौशिक उसे घुमाने के लिए बरगी के जंगल में ले गया। रास्ते में उसने जहरीला पदार्थ खरीदा।
जंगल पहुंचने के बाद कौशिक ने दुष्कर्म की घटना का जिक्र कर कहा कि इससे परिवार की बदनामी हुई है। इसलिए वह अब जीना नहीं चाहता। उसने मेघा को इस बात के लिए तैयार कर लिया कि दोनों एक साथ जहर पीकर मर जाएंगे। मेघा उसकी बातों में आ गई। कौशिक ने मेघा को जहरीला पदार्थ खिलाया। जिसके बाद उसके सामने स्वयं भी कथित तौर पर जहर का सेवन किया। परंतु मेघा को जान से हाथ धोना पड़ा। कौशिक को उल्टी तक नहीं आई।
बेलबाग थाना प्रभारी प्रियंका केवट ने बताया कि मेघा की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मर्ग कायम कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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