दो गुटों में बटा मांझी समाज,निषादराज जयंती पर अलग अलग मनाई जयंती | SHIVPURI NEWS

शिवपुरी। कल मांझी समाज द्वारा आयोजित निषादराज जयंती के दो-दो आयोजनों ने सामाजिक एकता की पोल खोल दी है। मध्यप्रदेश मछूआ कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष और राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त रहे राजू बाथम ने जहां कम्यूनिटी हॉल मेें निषादराज जयंती का आयोजन किया। 

वहीं भाजपा राजनीति में उनके प्रतिस्पर्धी भाजपा नेता मुकेश बाथम के संगठन की महिलाओं ने करौंदी में पृथक रूप से निषादराज जयंती का आयोजन किया। महिला संगठन द्वारा मनाई गई निषादराज जयंती में मुख्य अतिथि के रूप में स्वयं मुकेश बाथम समारोह में उपस्थित हुए। 

खासबात यह रही कि राजू बाथम द्वारा आयोजित समारोह का जहां दूसरे संगठन के प्रदेशाध्यक्ष मुकेश बाथम तथा उनकी टीम ने बहिष्कार किया। वहीं महिला मोर्चा द्वारा आयोजित समारोह में राजू बाथम एण्ड टीम की अनुपस्थिति रही। सूत्र बताते हैं कि दोनों संगठनों ने अपने विरोधियों को आयोजन में निमंत्रित ही नहीं किया। 

समाज की महिलाओं द्वारा आयोजित  निषादराज जयंती में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेशाध्यक्ष मुकेश बाथम ने अपने उदबोधन में कहा कि समाज की उन्नति मेें सबसे बड़ी बाधा शराब है। शराबी पति और शराब की बोतल के कारण मांझी समाज प्रगति नहीं कर पा रहा और उसकी आर्थिक उन्नति नहीं हो रही। श्री बाथम ने महिलाओं को आव्हान किया कि  वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों और शराब जैसी बुराई से समाज को मुक्त कराने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि जब तक समाज आर्थिक रूप से सम्पन्न नहीं होगा तब तक निषादराज जयंती के आयोजन को हम सार्थक रूप प्रदान नहीं कर पाएंगे। 

उन्होंने खुशी जाहिर की कि महिलाएं आगे आकर निषादराज जयंती का आयोजन कर रही हैं। उन्होंने महिलाओं को सशक्त जीवन जीने की प्रेरणा दी तथा भगवान निषादराज के जीवन पर प्रकाश डाला। प्रारंभ मे मुख्य अतिथि बाथम ने भगवान निषादराज के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर माल्यार्पण किया तथा निषादराज आरती का पाठ भी किया गया। इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष मुकेश बाथम ने नियुक्ति पत्र प्रदान किए। जिलाध्यक्ष गंगा देवी बाथम, महामंत्री अनिता बाथम, नगर उपाध्यक्ष के रूप में दीपक मांझी, नगर महामंत्री विजय बाथम, ब्लॉक अध्यक्ष बैराड़ के रूप में मातादीन बाथम को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। 

श्री बाथम ने महिलाओं को स्वच्छता के लिए भी जागरूक रहने का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में हरीराम बाथम, गणपति बाथम, रामजीलाल बाथम, कैलाश बाथम, अशोक बाथम, श्रवण बाथम, राजीव बाथम, दीपक बाथम, विजय बाथम, कुमारी प्रीति मांझी, परसादी बाथम, सोमा बाथम, आशीष मांझी, देवेंद्र बाथम, राजकुमार कोलारस, भैयालाल बाथम, नीलम बाथम, मीना बाथम, पूर्व पार्षद संविता बाथम आदि उपस्थित थे। 

बुजुर्गो की जगह खुद अपना करा लिया सम्मान : मुकेश बाथम
मांझी समाज के एक संगठन के प्रदेशाध्यक्ष भाजपा नेता मुकेश बाथम ने दूसरे संगठन के कर्ताधर्ता पूर्व राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त राजू बाथम पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने खुद अपने संगठन से अपना सम्मान करा लिया। जबकि निषादराज जयंती पुरूस्कार समाज के वरिष्ठ और समाजहित में काम करने वाले व्यक्ति को दिया जाना चाहिए था। जो इस पुरूस्कार का हकदार था। मुकेश बाथम का आरोप है कि इससे समाज में अच्छा संदेश नही गया है और राजू बाथम को स्वयं सम्मानित न होकर बुजुर्ग व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए था। 

इनका कहना है- 
यह आरोप गलत है कि मैंने अपना सम्मान कराया है। निषादराज जयंती पुरूस्कार हेतु चयन समिति गठित की गई थी और उस चयन समिति ने सर्वसम्मति से समाजहितैषी कार्य करने के लिए मुझे सम्मानित करने का निर्णय लिया। पंचों के इस निर्णय को मैंने शिरोधार्य किया है। इसे चाहें तो आप मेरी गलती कह सकते हैं। लेकिन उक्त पुरूस्कार की 5 हजार रूपए की राशि मैंने ग्रहण नहीं की। बल्कि उक्त राशि मेें 100 रूपए मिलाकर मैंने समाज को भेंट की है। इसलिए मुझपर लगाया गया आरोप दुर्भावनापूर्ण है। 
राजू बाथम, प्रदेशाध्यक्ष मांझी समाज