शिक्षक की पत्नि की मौत,लिपिक पर कमीशन का आरोप | Shivpuri News

शिवपुरी। शिक्षा विभाग के सेवानिवृत शिक्षक शहजाद खां का जमा फण्ड उसे समय पर नहीं मिल सका। भुगतान के लिए आरोप है कि संबंधित क्लर्क ने 10 प्रतिशत कमीशन की राशि मांगी। न देने पर भुगतान नहीं हुआ तथा हदय रोग से पीडि़त शिक्षक की पत्नि ने दम तोड़ दिया। इस मामले को लेकर शिक्षक के परिजनों ने शिक्षा विभाग बदरवास में पदस्थ एक क्लर्क पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है और उसके विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है। 

शहजाद खां सेवानिवृत शिक्षक बेदमऊ ने बताया कि उनकी पत्नि जरीना बेगम लंबे समय से हदय रोग से पीडि़त थीं। उन्होंने अपनी पत्नि के लिए इलाज के लिए जीपीएफ की राशि प्राप्त करने हेतु बदरवास में पदस्थ बाबू को एरियर राशि प्राप्त करने के लिए आवेदन दिया, लेकिन बार बार आग्रह के बाद भी बाबू द्वारा एरियर की राशि नहीं दी गई। इस मामले को लेकर जब शहजाद खां से हाईकोर्ट में पत्नि के इलाज का हवाला देकर एरियर की राशि दिलाए जाने हेतु गुहार लगाई तो माननीय हाईकोर्ट ने आदेश दिया। उसके पालन में शहजाद खां द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी शिवपुरी को भी ज्ञापन दिया। 

इसके बावजूद भी उसे राशि नहीं मिली। 5 मार्च को उसने पत्नि के हदय रोग के इलाज के लिए अपने एरियर की राशि प्राप्त करने की गुुहार लगाई जिस पर बाबू ने 10 प्रतिशत कमीशन की मांग की। यह राशि न देने पर प्रार्थी शहजाद की कोई सुनवाई नहीं हुई और इसी बीच पत्नि जरीना बेगम का निधन हो गया। जरीना के निधन पर शहजाद ने बाबू पर आरोप लगाया है कि यदि समय पर राशि मिल जाती तो वह अपनी पत्नि का इलाज करा पाता। इस मामले में कलेक्टर को भी ज्ञापन दिया गया है। जिसमें संबंधित बाबू के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है। 

एक अन्य शिक्षक से भी राशि भुगतान हेतु मांगा कमीशन
प्रार्थी शहजाद खां का कहना है कि उससे ही नहीं बल्कि एक ओर शिक्षक मनोरंजन सिंह से भी बाबू द्वारा जीपीएफ में राशि जमा करने के एवज में 10 प्रतिशत कमीशन की मांग की गई है और आज भी शिक्षक मनोरंजन सिंह अपनी एरियर की राशि का इंतजार भी कर रहे हैं।