आचार सहिेंता लगने से 3 घंटे पहले आया ​सीएम ने मैसेज,अब कर्जमाफी चुनाव बाद होगी,किसान बोले उनके साथ धोखा

शिवपुरी। बैसे तो जब से ही मध्यप्रदेश के नाथ कमलनाथ सरकार पर कर्जमाफी के नाम पर धोखा लगाने का आरोप भाजपा लगाती रही है। शनिबार को ही पूरे प्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस सरकार की कर्जमाफी को लेकर कलेक्ट्रेटों में जमकर हंगामा कर कमलनाथ सरकार पर धोखे के आरोप लगाए। लेकिन आर्दश आचार सहिंता लगने के तीन घण्टे पहले सीएम के आए मैसेज में पब्लिक को सौचने पर मजबूर कर दिया। किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर कांग्रेस पर बादा खिलाफी का आरोप लगा रहे है। 

लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगते ही प्रदेश सरकार की फसल ऋणमाफी योजना पर भी रविवार से विराम लग गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम से हजारों किसानों के माेबाइल फोन पर अचानक मैसेज आना शुरू हो गए। ऋण माफी के लिए आवेदन करने वाले किसान मैसेज पढ़ने के बाद गुस्से में नजर आए। क्योंकि मुख्यमंत्री के मैसेज में आचार संहिता का हवाला देकर ऋण माफी चुनाव बाद स्वीकृत करने का उल्लेख है। किसानों का कहना है कि दस दिन में ऋण माफ नहीं किया है। कांग्रेस ने अपना वचन नहीं निभाया है। 

जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने वचन पत्र में किसानों का ऋण दस दिन में माफ करने ऐलान किया था। प्रदेश में 15 साल बाद सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कर्जमाफी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए। लेकिन किसानों के खातों में राशि दो महीने बाद डालना शुरू की। लोकसभा चुनाव आचार संहिता लग जाने से मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम से किसानों के मोबाइल पर मैसेज आ रहे हैं। 

जिसमें चुनाव बाद ऋण माफी का जिक्र है। शिवपुरी जिले में आवेदन करने वाले 50% किसानों के खातों में राशि जारी नहीं हो सकी है। इससे किसान ऋण माफी योजना से वंचित रह गए हैं। इसी को लेकर किसानों में गुस्सा फूट रहा है। महुआ गांव के किसान इंद्रवीर सिंह यादव, कप्तान सिंह यादव, अशोक सिंह यादव, पवन कुमार यादव आदि का कहना है कि गांव में किसी का ऋण माफ नहीं हुआ है। चुनाव में वोट हांसिल करने के लिए पार्टियां किसानों के साथ छलावा कर रहीं हैं। 

2 मार्च को प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने किसानों को ऋण माफी के प्रमाण पत्र तो बांटे, लेकिन पैसा खाते में नहीं पहुंचा 
किसानों के मोबाइल पर चुनाव बाद ऋण माफी का मैसेज आया 

बैराड तहसील के ग्राम अमरपुर निवासी सियाराम उपाध्याय के मोबाईल पर मैसेज आया जिन्होंने विजया बैंक से केसीसी ली थी। उसमें उल्लेख किया गया है कि सियाराम जी जय किसान फसल ऋण माफी योजना में आपका आवेदन मिला है। लोेकसभा चुनाव आचार संहिता के कारण आपकी ऋण माफी अभी स्वीक्रत नहीं हो पाई है। चुनाव के बाद शीघ्र स्वीक्रत की जाएगी। शुभकामनाएं,आपका कमलनाथ मुख्यमंत्री

कोलारस तहसील के ग्राम डोंड़याई निवासी किसान नीरज रघुवंशी के मोबाइल पर मुख्यमंत्री का मैसेज आया है। जिसमें लिखा है कि फसल ऋण माफी चुनाव बाद स्वीकृत होगी। नीरज के अनुसार दादाजी काशीराम रघुवंशी के नाम 1 लाख 82 हजार रुपए का ऋण है। 

खनियांधाना तहसील के ग्राम डाबर के किसान परमाल यादव के नाम से 1 लाख 40 हजार रुपए का फसल ऋण है। अभी तक फसल ऋण माफ नहीं हुआ है। परमाल के पास आए सीएम के संदेश में फसल ऋण अब चुनाव के बाद स्वीकृत करने का उल्लेख है।