शिवपुरी। पिछले कई दिनो से कोलारस अनुविभाग का पूरनखेडी टोल प्लाजा सुर्खियो में चल रहा है, इस टोल प्लाजा को लेकर कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी का नाम पीछे से चल रहा हैं। अभी कुछ दिन पूर्व एक डम्फर के विवाद में विधायक के रिश्तेेदार और टोलिकर्मियो में विवाद हुआ था।
इस विवाद को टोल के कैमरो ने कैद किया था। इस विडियो में विधायक रघुवंशी के रिश्तेदार टोल कर्मियो के साथ मारपीट करते नजर आ रहे थे। पुलिस ने विधायक जी के रिश्तेदार पर मामला दर्ज कर लिया। इसके बाद वीरेन्द्र रघुवंशी के विधायक के लेटर पेड पर डम्फरो के टोल फ्री करने की अनुशंसा भरा पत्र भी मिडिया में छाया। इस पत्र से तमाम तरह के सवाल पनप गए।
इस मामले में पहली बार भाजपा विधायक का बयान ग्वालियर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र में हुआ है। अपने बयान में कहा है कि शिवपुरी से इंदौर और ग्वालियर के बीच 8 टोल हैं लेकिन पूरनखेड़ी के अलावा किसी पर झगड़े के मामले सामने नहीं आए। यहां लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। साफ है कि यहां का स्टाफ मनमानी पर आमादा है और बेजा वसूली के चलते यहां आए दिन झगडे होते हैं।
इन पर सभी को मिलकर अंकुश लगाना होगा यदि ऐसा न हुआ तो जनप्रतिनिधि होने के नाते हमें जन आंदोलन, हडताल और चक्काजाम जैसे कदम उठाने को मजबूर होना पड़ेगा, क्योंकि अवैध उगाही के चलते पूरनखेडी पर ही आए दिन झगड़े हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ टोल की मनमानी और दूसरी तरफ पुलिस की एकतरफा कार्रवाई को लेकर उन्हें अफसोस है।
विधायक ने कहा कि वे जब पुलिस के आला अधिकारियों से मिले तो उन्होंने साफ कहा कि हम दबाव में हैं। लेकिन किसके दबाव में यह नही बताया।
इस मामले में अपने राम का कहना है कि विधायक महोदय की यह बात सो टका सही है कि सबसे ज्यादा विवाद की खबरे पूरनखेडी टोल प्लाजा से ही आती हैं,लेकिन जो हुआ वह किसी से छुपा नही है क्यो कि कैमरे जो होता है उसे ही कैद करते हैं।
विधायक वीरेन्द्र इस मामले में मुंह ही खा चुके है,एक तो उनके रिश्तेदारो पर मामला दर्ज हो गया। उसके बाद विधायक जी का गोपनीय दास्तावेज ओपन हो गया इस पत्र से साबित हो गया कि वह किसका टोल फ्री करना चाहते थे। अब जनआंदोलन करने की बात कर रहे हैं। सीधे शब्दो में कहे तो अब टोलप्लाजा पर प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं।
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