नपा का कार्यालय शहर से चार किमी दूर होगा, नागर ने जताया विरोध | SHIVPURI NEWS

शिवपुरी। नगर पालिका परिषद का नया कार्यालय लांगर कोठी पर बनाए जाने को लेकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रेम नारायण नागर ने अपना विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा है कि शहर मेें ही कई विकल्प हैं। जिन पर नगर पालिका कार्यालय बनाया जा सकता है। नगर पालिका कार्यालय लांगर कोठी पहुंचने पर आमजन को काफी समस्याएं उठानी पड़ेगीं। क्योंकि शहर की जनता को नगर पालिका में पल-पल काम रहता है और वर्तमान नगर पालिका कार्यालय के समीप कलेक्ट्रेट, न्यायालय सहित अन्य कार्यालय हैें। जिस कारण वहां पहुंचने वाले लोग आसानी से अपनी समस्या से निजात पा लेते हैं। 

लेकिन नगर पालिका ने जो कार्यालय शिफ्टिंग का जो निर्णय लिया है उससे आमजन की समस्याएं बढ़ जाएंगी और कोई भी छोटे से छोटे कार्य के लिए लोगों को 100 रूपए खर्च कर वहां जाना पड़ेगा। श्री नागर ने कहा कि अगर कार्यालय शिफ्टिंग के निर्णय पर रोक नहीं लगाई गई तो वह आंदोलन की राह पर चलने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि वह ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि वह भी शहर के नागरिक हैं और भारत की स्वतंत्रता में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान है और वह शहर के किसी भी व्यक्ति को परेशान होता नहीं देखना चाहते। नगर पालिका कार्यालय में विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन, राशनकार्ड जैसी समस्याओं को लेकर लोग पहुंचते हैं। 

लेकिन कार्यालय दूसरी जगह पहुंचने से 80-80 वर्ष की महिलाएं और पुरूष जो चलने फिरने में असमर्थ है उन्हें समस्या से जूझना पड़ेगा। यहां तक कि गरीब व्यक्ति को कार्यालय तक पहुंचने तक के लिए 100 रूपए वहन करने पडेंगे। चाहे उसके पास आमदनी हो या नहीं। श्री नागर ने नगर पालिका कार्यालय खोलने के लिए विकल्प बताते हुए कहा कि पुराना परिवहन कार्यालय, अनाज मंडी, रेलवे की जमीन सहित कई जगह ऐसी हैं जहां पर कार्यालय बनाया जा सकता है। 

लांगर कोठी नगर पालिका के अधिपत्य में कैसे आई : नागर 

स्वतंत्रता संग्राम सैनानी एवं पत्रकार प्रेम नारायण नागर ने नगर पालिका कार्यालय शिफ्ट किए जाने को लेकर विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि लांगर कोठी कैसे नगर पालिका के अधिपत्य में आ गई। क्योंकि लांगर साहब से वह कोठी रंगढ ने खरीद ली थी। लेकिन अब नगर पालिका उक्त कोठी पर अपना अधिपत्य कैसे बता रही है, यह समझ से परे हैं।