सचिव ने खुलवा लिए पूरे गांव के फर्जी खाते, योजनाओं सहित गैस सब्सिडी तक की राशि डकार गया | SHIVPURI NEWS

शिवपुरी। भ्रष्टाचार भी कई तरिके से किए जा रहे हैं। ऐसा ही अदभुत भ्रष्टाचार कलेक्टर की जनसुनवाई में सामने आया कि एक सचिव ने गांव में निवास करने वाले लगभग 350 ग्रामीणो से उनके कागजात एकत्र किए और कियोस्क में खाते खोल दिए। उनकी योजनाओ की रााशि सहित गैस सब्सिडी तक डकार गया। 

कलेक्ट्रेट पर आए ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत झंडी का सचिव रामकुमार यादव आया और उसने कहा कि वह अपने -अपने आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज दे दें जिससे वह उनकी मजदूरी की किताब बनवा देगा। इसके बाद ग्रामीणों ने अपने -अपने आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज सचिव रामकुमार को दे दिए और रामकुमार ने बाला बाला कियोस्क संचालक के साथ मिलकर ग्रामीणों के खाते खोल दिए।

ग्रामीण अखेराज, होतम, सोनू ने बताया कि उनका खाता खोलने के बाद सचिव रामकुमार ने उनके खाते में आई शौचायल और आवास योजना की राशि को भी निकाल लिया है। ग्रामीणों ने बताया कि उनके खातें में शौचालय की 12-12 हजार रुपए की राशि आई थी लेकिन यह राशि उन्हें न मिलने की वजाय उनके खाते से राशि का आहरण कर लिया। इतना ही नहीं सचिव ने आवास योजना के तहत खातों में डाली गई 20-20 हजार रूपए की राशि भी निकाल ली गई।

ग्रामीणों का कहना है कि आधार कार्ड के चलते उनके खाते आधार से लिंक हो गए और उनके खातों में आने वाली गैस की सब्सिडी भी उनके खातों में आने लगी और सचिव रामकुमार ने उनके खातों में आने वाली गैस सब्सिडी भी खाते से निकाल ली। ग्रामीण जब एजेंसी पर सबसिडी की पूछने गए तो बताया कि उनके खातों में सबसिडी आ रही है जब पता किया तो यह सब्सिडी उनके खातों में हर माह जा रही है और वह राशि सचिव निकाल रहा है।

शौचालय व आवास की राशि निकाली

ग्रामीण अखेराज, होतम, सोनू ने बताया कि उनका खाता खोलने के बाद सचिव रामकुमार ने उनके खाते में आई शौचायल और आवास योजना की राशि को भी निकाल लिया है। ग्रामीणों ने बताया कि उनके खातें में शौचालय की 12-12 हजार रुपए की राशि आई थी लेकिन यह राशि उन्हें न मिलने की वजाय उनके खाते से राशि का आहरण कर लिया। इतना ही नहीं सचिव ने आवास योजना के तहत खातों में डाली गई 20-20 हजार रूपए की राशि भी निकाल ली गई।

गैस की सब्सिडी भी निकाल ली खाते से

ग्रामीणों का कहना है कि आधार कार्ड के चलते उनके खाते आधार से लिंक हो गए और उनके खातों में आने वाली गैस की सब्सिडी भी उनके खातों में आने लगी और सचिव रामकुमार ने उनके खातों में आने वाली गैस सब्सिडी भी खाते से निकाल ली। ग्रामीण जब एजेंसी पर सबसिडी की पूछने गए तो बताया कि उनके खातों में सबसिडी आ रही है जब पता किया तो यह सब्सिडी उनके खातों में हर माह जा रही है और वह राशि सचिव निकाल रहा है।

इनके खातों से निकाल ली राशि

पंचायत सचिव रामकुमार यादव ने जिन ग्रामीणों के खातों से राशि निकाली उनमें राधाबाई, उत्तम जाटव, रंधीर जाटव, मुनि आदिवासी, रामकुमार जाटव, रामक्रष्ण जाटव, मुन्नाीबाई, होरलिया, मुन्नाी, राजकुमारी, रामजीलाल जाटव सहित अन्य ग्रामीणों के खातों से 20 से लेकर 50 हजार रूपए तक की राशि निकाल ली।

सचिव रामकुमार यादव के द्वारा ग्राम पंचायत में यह कोई पहली बार गडबडी कर लाखों रुपए की राशि नहीं निकाली है इसके पहले भी वर्ष 2005 में शासकीय दस्तावेजों में हेरफेर कर लाखों रूपए की राशि निकाल ली थी।

जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा की गई और जांच के बाद उसे निलंबित किया गया था लेकिन राजनैतिक रसूख के चलते रामकुमार यादव ग्राम पंचायत में आए दिन भ्रष्टाचार कर लाखों रूपए की राशि निकाल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सचिव के भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए तो और भी घोटाले उजागर होंगे।