शिवपुरी। सरकार बदल गई हैं। देश के बडे मीडिया हाउसों ने आंकलन किया है कि मप्र में किसानो ने सरकार बदली है, कांग्रेस को वोट किया है, शायद इसलिए उसे अपने अधिकार के लिए भीख नही मांगनी पडेगी, प्रदेश का अन्नदाता ने सरकार बदल दी, लेकिन नई सरकार के आगे भी उसे अपने अधिकारों की भीख मांगनी पडी। एक ऐसा ही बोलता फोटो शिवपुरी समाचार डॉट कॉम के पास आया हैं।
जैसा कि विदित है कि खेतो में फसने लहरा रही हैं उसे स्वस्थय और जिंदा रखने के लिए यूरिया की आवश्यकता हैं,यूरिया को लेकर पिछले 3 सप्ताह से किल्लत चल रही थी,सोमवार को यूरिया के रैक उतर गई। सोमवार को रैक उतरने के बाद गोदामों पर यूरिया पहुंच गया। अगले दिन मंगलवार को खाद लेने के लिए किसान गोदामों पर पहुंच गए।
शहर के लुधावली स्थित मार्कफेड के गोदाम पर किसान बड़ी संख्या में सुबह बाइक व ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर आ गए। यहां किसानों को आधार कार्ड पर पांच-पांच बोरी यूरिया खाद 270 रुपए प्रति कट्टे की दर से बांटा जाने लगा। भीड़ इतनी अधिक थी कि गोदाम पर तैनात कर्मचारी (सेवक) कुर्सी पर बैठ गया। कुछ किसान उसके सामने व आसपास बैठ गए और कुछ खड़े हो गए।
एक-एक कर आधार कार्ड लेकर किसान को अंदर भेजा जा रहा था। यहां पूरे दिन खाद वितरण सिलसिला जारी रहा। हालांकि कम ही किसानों को खाद आने की सूचना मिली। अब बुधवार को अधिक संख्या में किसान खाद के लिए आ सकते हैं। वहीं 2600 मीट्रिक टन की रैक शिवपुरी आई जिसमें से 1700 मीट्रिक टन ही यूरिया शिवपुरी को को मिला है। मंगलवार को 850 यूरिया कोऑपरेटिव सोसायटियों और 850 मीट्रिक टन यूरिया निजी डीलरों को दे दिया है। जबकि शेष यूरिया श्योपुर, मुरैना और अशोकनगर जिले में भेज दिया गया है।
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