ठेकेदार की मनमानी: अधूरा पडा है नाली का निर्माण, लगा गंदगी का अंबार | SHIVPURI NEWS

शिवपुरी। यह खबर जिले के कोलारस नगर पंचायत क्षेत्र से आ रही है। जहां कॉलेज रोड पर अधूरे पडे नाली निर्माण से लोगों को परेशानी का सामना करना पढ रहा है। नगर परिषद अध्यक्ष रविंद्र शिवहरे के अरमानों पर पानी ठेकेदार फैरते नजर आ रहे है। कोलारस नगर परिषद के अंतर्गत आने वाले वार्ड नंबर 1 कालेज रोड पर बनाई गई नालियों के चलते वहां के लोग परेशान हो रहे हैं। निर्माण का कार्य 4 माह पहले प्रारंभ हुआ था परंतु अभी भी अधूरी नारियां पड़ी हुई है जिसके चलते आसपास रहने वाले लोगों के सामने गड्ढे होने के चलते उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और जो अधूरी नाली छोडी गई है वहां पर गंदगी कीचड़ के चलते मच्छर पनप रहे हैं। 

जिसके चलते लोग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं कोलारस नगर परिषद में मिश्रा नाम के ठेकेदार द्वारा उक्त नाली  निर्माण का ठेका लिया गया और पूरे चार महीनेहोने जा रहे हैं परंतु अभी तक नालियां पूरी तरह से नहीं बनी है नियमों के विपरीत नालियों का निर्माण किया गया है। इन नालियोंकी गहराई काफी कम है और चौड़ाई भी कम है जिसके चलते नालियां बनने के बाद भी यहां पर निवास कर रहे लोग परेशान हो रहे हैं। 

यहां पर निवास करने वाले लोगों का कहना है कि यहां पर तीसरी बार नालियों का निर्माण किया जा रहा है परंतु हर बार ठेकेदार ठेका देने के बाद मनमानी और भ्रष्टाचार करते हैं जिसके चलते बनाई गई नालियां कुछ माह बाद ही टूट जाती हैं और नालियों में जाने वाला पानी सड़कों पर बहता है जिसके चलते गंदगी का साम्राज्य यहां पर दिखाई देता है। ठेकेदार द्वारा एक जगह अधूरी नारी छोड़ दी गई है। 

जिसके चलते वहां पर नालियों का पानी घर के बाहर पड़ा हुआ है और कीचड़ हो रहा है। जिसके चलते मच्छर पनप रहे हैं नगर परिषद के ठेकेदारों द्वारा निर्माण कार्यों में काफी मनमानी और भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसके चलते लोगों को लाभ होने की वजह परेशान होना पड़ रहा है। वार्ड नंबर 1 के निवासियों ने कोलारस नगर परिषद अध्यक्ष रविंद्र शिवहरे एवं सीएमओ प्रियंका सिंह से वार्ड नंबर 1 में कॉलेज रोड पर बनाई गई नाली निर्माण जहां पर अधूरा छोड़ा है। पूरा कराए जाने की मांग की है और साथ ही इस इस पूरे निर्माण कार्य की जांच कराई जाए और मौके पर जाकर देखा जाए तो ठेकेदार की मनमानी अपने आप ही निकल कर सबके सामने आ जाएगी।