करैरा। नगर परिषद करैरा में पिछले 15 सालों से काबिज रहते चले आ रहे नगर अध्यक्ष नगर की हर गली मोहल्ले में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। जिससे नगर परिषद के सफाई अभियान खुली पोल उजागर होती नजर आ रही है इसी के बीच यहां की जनता गंदगी में जीने को मजबूर बनी हुई है। अगर देखा जाए तो करैरा नगर परिषद के 15 ही वार्डो में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ नालियों की साफ सफाई न होने से गंदा पानी सड़कों पर जमा हो रहा है। जिसके कारण नगर में साफ-सफाई व्यवस्था चारों तरफ ध्वस्त पड़ी है।
विदित हो कि नगर परिषद ने साफ-सफाई की व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए लाखों की लागत से कचरा गाड़ी सहित डस्टबिन खरीदे इसके बाद भी यहां के हर गली मोहल्ले में गंदगी के ढेर आसानी से देखने को मिल जाते हैं जिन ढेरों को जानवरों व सुअरों द्वारा पूरे तरह बिखेर देने से आसपास का माहौल और भी गंदा हो जाता है।
यह कहना मुनासिब होगा कि प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को पलीता यहां खुलकर लग रहा है। नगर करैरा में स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर सिर्फ कागजों में दिखावा हो रहा है और जमीनी स्तर पर चारों ओर गंदगी के ढेर ही ढेर दिखाई देते हैं। यहां की नगर परिषद स्वच्छ भारत अभियान को लेकर सोई हुई है स्वच्छता को लेकर इनके द्वारा यहां की प्रमुख नदी महुअर को नाले में तब्दील कर दिया है। स्वच्छ भारत अभियान के नाम से जो डस्टबिन लाए गए थे वो सिर्फ कुछ स्थानों पर लगने के बाद शेष नगर पालिका में रखे रखे सड़ रहे हैं।
इनका कहना
अनाज मंडी बाले शासकीय स्कूल बाली गली में हेमंत शर्मा के सामने गंदा पानी जमा है जिससे मच्छर पनप रहे है, इसकी बदबू के कारण महिलाएं एवं बच्चे कई बार उल्टियां तक कर देते हैं।
संजय पहारिया, व्यापारी
बरसात के मौसम का जमा गंदा पानी से वार्ड 13 नरेंद्र साहू कबाड़े वाले के पास कभी साफ-सफाई नहीं होती है जिसमें लार्वा जमा है। बीमारी फैलने का पूरा अंदेशा बना है।
डीपी श्रीवास्तव, एडवोकेट
हमने सभी सफाई कर्मचारियों को सख्त हिदायत दे दी है कि नालियों की साफ-सफाई समय-समय पर की जाए और सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी के ढेर न हीं लगना चाहिए।
आरएन शर्मा, सीएमओ नपं करैरा