शिवपुरी। पुलिस कोई भी वारदात अपने सीमा क्षेत्र में लेने से बचती नजर आती रही है। चाहे वह मामला सुल्तानगढ हादसे का हो या फिर कोई और पुलिस सीमा विवाद कर मामले को निपटाने का हमेशा प्रयास करती रही है। ऐसा ही मामला आज पिछोर थाना क्षेत्र का सामने आया है। जहां एक दुर्घटना में मृत हुए युवक की कायमी करने में पुलिस ने तीन दिन लगा लिए। हांलाकि पिछोर पुलिस आज मामला दर्ज करने की बात कह रही है परंतु परिजनों का आरोप है कि वह लाश को तीन दिन से लेकर घूम रहे है।
जानकारी के अनुसार पिछोर थाना क्षेत्र के कालीपहाडी बितरगुआ गांव में 12 दिसंबर को चंदन चक्रबर्ती नाम का युवक अपने मित्र के साथ बाईक से कही जा रहा था। तभी रास्ते में दतिया जिले की सीमा के पास युवक का ट्रेक्टर से एक्सीडेंट हो गया। इस एक्सीडेंट की सूचना स्थानीय लोगों ने डायल 100 को दी। डायल 100 युवक को लेकर दतिया जिला चिकित्सालय पहुंची। जहां युवक की गंभीर हालात को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे झांसी रैफर कर दिया है।
उसके बाद परिजन युवक को प्रायवेट अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां 14 दिसंबर को उपचार के दौरान मौत हो गई। इस मौत के बाद परिजनों ने युवक का पीएम न कराते हुए कायमी के लिए दतिया थाने पहुंचे लेकिन दतिया पुलिस ने इस लाश को रखकर मौका मुआयना किया तो सामने आया कि यह घटना स्थल दतिया का न होकर पिछोर थाना क्षेत्र में है। देर रात्रि युवक की लाश को लेकर पिछोर थाने पहुंचे जहां पुलिस ने इसे दतिया की सीमा की कहकर दतिया में मामला दर्ज कराने की बात कही। तीन दिन तक लाश को लेकर घूमने के बाद इस मामले की सूचना परिजनों ने मीडिया को दी।
मीडिया में मामला आने के बाद पिछोर पुलिस सक्रिय हुई और तत्काल इस मामले में एफआईआर के आदेश दे दिए। खबर लिखे जाने तक पुलिस एफआईआर में जुट गई है।
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