कोलारस। कोलारस में आज सीएम शिवराज सिंह ने भाजपा प्रत्याशी वीरेन्द्र रघुवंशी के समर्थन में सभा लेते हुए आपसी घामासान का खाका खीचा। सभा में सीएम ने कहा कि कांग्रेस अब तक अपना नेता तय नहीं कर पाई है तो वे कैसे मध्यप्रदेश में किए गए विकास के वादों को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्रियों की भरमार है, किसी एक नेता को मुख्यमंत्री कहकर पुकारों तो 25 नेता खड़े हो जाते हैं। कांग्रेस के सब नेताओं की अपनी अलग-अलग सरकार हैं।
छिंदवाड़ा जाओ तो यहां पर कमलनाथ सरकार, गुना-अशोकनगर जाओ तो सिंधिया सरकार, रीवा जाओ तो अजय सिंह सरकार, भोपाल में पचौरी सरकार, झाबुआ में भूरिया सरकार। यदि इनके भरोसे मध्यप्रदेश को छोड़ दिया तो फिर प्रदेश की वही स्थिति हो जाएगी जो 2003 से पहले हुआ करती थी।
पिछली बार की कसर पूरी कर देना
मुख्यमंत्री ने कोलारस में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार उपचुनाव की कसर पूरी कर देना और भाजपा प्रत्याशी के सिर पर जीत का सेहरा बांध देना। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में भी मैं यहां पर आया था। उस समय आप लोगों से जो भी वादे किए थे, सभी वादों को पूरा किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे भी अपने हर वादे को पूरा करता रहूंगा।
समृद्ध मध्यप्रदेश के लिए आपका आशीर्वाद चाहिए
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कोलारस विधानसभा के दौरान कहा कि पिछले 15 वर्षों में मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से विकासशील बनाया, फिर विकसित बनाया और अब समृद्ध मध्यप्रदेश बनाना है। इसके लिए आपसे आशीर्वाद लेने आया हूं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता थी कि सरकार चलाना सिर्फ राजा-महाराजा और उद्योगपतियों का ही जन्मसिद्ध अधिकार है, लेकिन वे यह भूल गए कि यह लोकतंत्र है। इसमें एक चाय वाला प्रधानमंत्री और एक किसान का बेटा मुख्यमंत्री बन सकता है।
कोलारस के विधायक 5 साल मेंं मुझसे कुछ नही मांगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में कोलारस विकास के कार्यों में बहुत पिछड़ गया है। मैंने विकास कार्यों के लिए सभी को खूब दिया, लेकिन कोलारस के कांग्रेस विधायक ने कभी भी मुझसे विकास के कार्यों के लिए नहीं कहा। कांग्रेस के विधायकों में काम करने की इच्छाशक्ति नहीं है, इसलिए उनके क्षेत्रों में विकास कार्य नहीं हुए हैं। भाजपा की सरकार ने विकास के लिए अपना खजाना खोल रखा है।
कांग्रेस में मुख्यमंत्रियों की भरमार
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अब तक अपना नेता तय नहीं कर पाई है तो वे कैसे मध्यप्रदेश में किए गए विकास के वादों को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्रियों की भरमार है, किसी एक नेता को मुख्यमंत्री कहकर पुकारों तो 25 नेता खड़े हो जाते हैं। कांग्रेस के सब नेताओं की अपनी अलग-अलग सरकार हैं।
छिंदवाड़ा जाओ तो यहां पर कमलनाथ सरकार, गुना-अशोकनगर जाओ तो सिंधिया सरकार, रीवा जाओ तो अजय सिंह सरकार, भोपाल में पचौरी सरकार, झाबुआ में भूरिया सरकार। यदि इनके भरोसे मध्यप्रदेश को छोड़ दिया तो फिर प्रदेश की वही स्थिति हो जाएगी जो 2003 से पहले हुआ करती थी।
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