शिवपुरी। रविवार को एडवोकेट हेंमत कटारे की बेटी सेंट चार्ल्स स्कूल की 6 क्लास की छात्रा अनुष्का कटारे की मौत जानलेवा बुखार के कारण हो गई थी। इस दुखद घटना के बाद सोकर उठा प्रशासन की मलेरिया बिभाग ने स्कूल में छापामार कार्रवाई की और इस कार्रवाई में स्कूल में जानलेवा बुखार की पूरी-पूरी नर्सरी पलती-फूलती मिली।
जानकारी के अनुसार सोमवार को मलेरिया विभाग की टीम यहां पहुंची। टीम को स्कूल परिसर में रखे खाली डिब्बे व बाल्टियों में कई दिनों पुराना पानी भरा मिला, जिसकी जांच की गई तो उसमें लार्वा मिला। इसके अलावा एक बड़े अंडरग्राउंड टैंक में भारी मात्रा में लार्वा पाया गया। टैंक के अंदर से मच्छरों की भरमार देख मलेरिया अधिकारी और कर्मचारी दंग रह गए।
डेंगू फैलने से रोकने और लार्वा नष्ट करने के लिए कंटेनर व टैंक में दवा डाल दी गई है। छात्रा की मौत के बाद मलेरिया विभाग की टीम को स्कूल में लार्वा मिलने पर स्कूल पर अर्थदंड लगाने की कार्रवाई की जा रही है। वहीं सेंट चार्ल्स स्कूल की कक्षा 12वीं की दूसरी छात्रा जेसिका गौड़ पुत्री सुनील गौड़ निवासी दर्पण कॉलोनी शिवपुरी को भी डेंगू पॉजीटिव निकला है। तीन दिन से ग्वालियर के प्राइवेट अस्पताल में छात्रा का इलाज चल रहा है।
अंडो से प्यूपा बना,दवा का असर नही
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ लालजू शाक्य टीम के साथ सेंट चार्ल्स स्कूल पहुंचे। यहां गेट पर चौकीदार राजेश शर्मा ने अंदर घुसने से मना कर दिया। अधिकारी के समझाया तो टीम अंदर प्रवेश कर गई। गेट के पास रखे पेंट्स के खाली डिब्बे में कई दिनों पुराना पानी भरा था, टॉर्च जलाकर देखा तो मच्छरों का लार्वा मिला।
स्कूल के पीछे गार्डन में अंडरग्राउंड टैंक का ढक्कन खोला तो बड़ी संख्या में मच्छर निकले और टार्च जलाई तो लार्वा मिला। दवा डाल दी और अगले दिन टैंक खाली करने की हिदायत दी गई। शौचालय के पास बाल्टी में भी लार्वा मिला। मच्छर के अंडा प्यूपा बन चुके थे, जिन पर दवा का असर नहीं होता। इसलिए छलनी से छानकर प्यूपा निकाला। मलेरिया अधिकारी ने पैरों से रौंदकर प्यूपा को नष्ट किया।
5 दिन में 25 मरीजों को डेंगू पॉजीटिव, संख्या 433 हुई
शिवपुरी जिले में डेंगू पॉजीटिव मरीजों की संख्या निरतंर बढ़ रही है। 19 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक पांच दिन में कुल 25 नए मरीज सामने आए हैं। डेंगू पॉजीटिव मरीजों की संख्या 433 पर पहुंच गई है। पांच दिन पहले 408 मरीज थे। इसी महीने 200 नए मरीजों को डेंगू पॉजीटिव निकले हैं। रोकथाम की दिशा में बेहतर प्रयास नहीं हो पा रहे हैं।
अब बताया जा रहा है कि इस स्कूल को डेंगू का लार्वा मिलने के कारण नोटिस दिया जा रहा हैं,जुर्माना वसूलने का हैं,लेकिन बडा सवाल की जिन स्कूलो में हम अपने बच्चो को बेहत्तर भविष्य बनाने के लिए भेज रहे हैं। स्कूलो में ही सिखाया जाता है कि बिमारियो से कैसे लडा जाता हैं। स्वच्छ कैसे रहे,वतावरण स्वच्छ कैसे रहे,लेकिन इस स्कूल में बच्चो की नर्सरी के अतिरिक्त जानलेवा बुखार की नर्सरी पाल रखी थी।
स्कूल प्रबधंन की सिर्फ फीस लेने की जिम्मेदारी हैं,बच्चो की सुरक्षा की जिम्मेदारी नही है,जब प्रशासन पूरी ताकत से इस जानलेवा डैंगू से लडने के उपाय बता रहा है,जहां यह मच्छर सुबह के समय ही काटता हैं,सुबह ही बच्चे स्कूल जाते है,तो स्कूल प्रबंधन ने अपने परिसर को साफ और स्वच्छ नही रखा,क्यो जानलेवा बुखार डैंगु की नर्सरही खोल रखी थी,यह लापरवाही गंभीर है,इस स्कूल पर बडी कार्रवाई होनी चाहिए।
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