प्रेम प्रसंग निकला लोटा भरा जहर कांण्ड, प्रेमी छोड़ भागा था

शिवपुरी। कल कोलारा थाना क्षेत्र के बेरसिया गांव में लोटा भरे जहर कांण्ड की परते अब खुलने लगी हैं,इस लोटा भरे जहर काण्ड में मृतिका का प्रेमी का नाम भी सामने आ रही है। परिजनो ने खुलासा किया है कि इस पूरे मामले में मृतिका का प्रेमी भी हैं। इस दुखद घटना में मृतिका सहित 6 वर्षीय मासूम की जान चली गई।बताया जा रहा हैं कि कोलारस थाने के अंतर्गत आने वाला बैरासिया गांव में धनवंती (21) पत्नी भरत आदिवासी ने लोटे में जहर घोलकर पी लिया। इसके बाद वह मंदिर चली गई। इसी बीच घर में रखे उसी लोटे से सोनम (6) पुत्री मनोज आदिवासी ने पानी पी लिया। इससे रिश्ते में दोनों बुआ-भतीजी की मौत हो गई। 

सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शव को कोलारस अस्पताल लाकर पोस्टमार्टम कराया। बताया जाता है कि मृतिका को ससुराल ले जाने पति एक दिन पहले ही गांव आया था। प्रेम प्रसंग के चलते मृतिका पति के साथ ससुराल जाना नहीं चाहती थी। घटना में छह साल की मासूम अकाल काल का ग्रास बन गई है। पुलिस ने शुक्रवार देर शाम मर्ग कायम कर मामला विवेचना में ले लिया है। एक साथ दोनों मौत के पीछे परिजनों ने प्रेम प्रसंग होने का खुलासा किया है। 

मृतिका धनवंती की शादी डेढ़ साल पूर्व बरवाय गांव में भरत आदिवासी से हुई थी। लेकिन धनवंती का गांव के ही मोहरसिंह आदिवासी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। मृतिका के भाई मनोज आदिवासी ने बताया कि मौत से एक दिन पूर्व धनवंती को लेने उसका पति भरत बेरसिया आया था। लेकिन बहन पति के साथ नहीं गई। दूसरे ही दिन धनवंती की माेहरसिंह से फोन पर बातचीत हुई।  

मोहरसिंह ने धनवंती को जहर खाकर जान देने की सलाह दी। दोनों ने जहर खाने का मन बना लिया। धनवंती ने घर पर जहर घोला और दूसरे बर्तन में जहर भरकर प्रेमी से मिलने चली गई। गांव के मंदिर के पीछे धनवंती ने पहले जहर पीया और जैसे ही अचेत होने लगी तो प्रेमी उसे छोड़कर भाग गया। इधर घर पर मृतिका धनवंती की भाई मनोज की बेटी सोनम ने प्यास लगने पर जहर घुले लोटे से पानी पी लिया। लोटे में कुछ जहर रह गया था। एक ही दिन बुआ धनवंती और भतीजी सोनम की मौत हो गई। 

मौत की वजह प्रेम प्रसंग होना सामने आ रही है 
बैरसिया गांव में विवाहित महिला की जहर खाने से मौत हुई है। जिस लोटे में जहर घुला था, उसमें पानी लेकर उसी की भतीजे ने पी लिया। उसकी मौत हो गई है। मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है। 
सतीश सिंह चौहान, टीआई कोलारस