शिवपुरी। खबर शहर के लिए चौकाने वाली है। आज अभिभाषक संघ के ज्ञापन के बाद कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने प्रेस नोट जारी कराया है कि डेंगू से घबराएं नहीं। अपितु जिला चिकित्सालय में डेंगू का इलाज मुफ्त में उपलब्ध है। लोगों से कलेक्टर ने अपील की है कि जिला चिकित्सालय में जाकर अपना निशुल्क जांच और इलाज कराएं।
कलेक्टर के इस आदेश को लेकर मामला सोशल मीडिया पर टॉल हो रहा है। लोग लिख रहे है कि मेडम आपने जिला चिकित्सालय में व्यवस्थाएं क्या कि है कि लोग जिला चिकित्सालय पहुंच जाएं। शिवपुरी जिला चिकित्सायल की हालात इन दिनों अंत्यत दयनीय है। जिला चिकित्सालय में डॉक्टर तो आ गए है। परंतु वह मरीजों को प्रोपर इलाज नहीं दे पा रहे है। अगर डेंगू की बात करें तो इस चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर बिना सिफारिश के तो डेगू की जांच तक नहीं करा रहे है। अब पब्लिक किस उदेश्य और भरौसे पर जिला चिकित्सालय पहुंचे।
पढिए जो प्रेस नोट जारी हुआ है।
जिले में मलेरिया एवं डेंगू के प्रति जन सामान्य को विभिन्न माध्यमों से जागरूक करें तथा ऐसे परिवार एवं संस्थान जिनके यहां पानी के कंटेनरों में जाँच के दौरान डेंगू का लार्वा पाये जाने पर नगर पालिका के अधिकारी अर्थदण्ड की कार्यवाही करें।
कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने उक्ताशय के निर्देश जिला चिकित्सालय में बुखार के मरीजों के मद्देनजर रखते हुए आज जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य एवं नगर पालिका परिषद शिवपुरी के अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने जनसामान्य से अपील की है कि बुखार होने पर घबराए नहीं, बल्कि जिला चिकित्सालय शिवपुरी में आकर अपना उपचार कराए। जहां डेंगू का उपचार एवं जांच की समस्त सुविधाए उपलब्ध है। बुखार के मरीज प्रायवेट क्लीनिकों पर उपचार कराने की अपेक्षा जिला चिकित्सालय में निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा का लाभ उठाए और अन्य मरीजों को भी चिकित्सालय में उपचार कराने की सलाह दें।
उन्होंने कहा कि लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने एवं इसके बचाव हेतु बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी देने हेतु जन-जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किये जाए, इसके लिये समाज के विभिन्न वर्गों के कार्यशालायें एवं अन्य कार्यक्रम के माध्यम से जानकारी दें।
श्रीमती गुप्ता ने नगर पालिका एवं मलेरिया कार्यालय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि डेंगू के लार्वा विनिष्टीकरण के कार्य में लोगों का सहयोग लें और उन्हें समझाईस दें कि घरों के कंटेनरों, पानी की टंकियों में लंबे समय तक पानी का संग्रहण न करें, जिससे डेंगू का लार्वा उत्पन्न न हो सके। उन्होंने सभी शासकीय, अशासकीय विद्यालयों एवं कार्यालयों में पानी के संग्रहण हेतु उपयोग में लाये जाने वाले कंटेनरों की शत-प्रतिशत जांच करें और लार्वा पाये जाने पर विनिष्टीकरण के साथ अर्थदण्ड की कार्यवाही भी करें। उन्होंने नगर पालिका अधिकारियों को निर्देश दिए कि मच्छरों को नष्ट करने हेतु मशीन का उपयोग करें।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. ए.एल. शर्मा एवं जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डाॅ. गोविन्द सिंह ने बताया कि जिला चिकित्सालय एवं जया रोग चिकित्सालय ग्वालियर में डेंगू की जांच हेतु एलाईजा टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है।
डाॅ.गोविंद सिंह ने बताया कि शिवपुरी जिला चिकित्सालय सेटेनल केन्द्र है। इस सीजन में अब तक 464 जांचे एलाइजा टेस्ट डेंगू की संभावित रोगियों की गई है। जिनका उपचार जिला चिकित्सालय शिवपुरी में हुआ है। जिसमें से कुल 169 केस डेंगू पोजीटिव पाए गए है। जिसमें से 128 बच्चे एवं 41 व्यस्क है, जिसमें 28 प्रकरण जटिलता के होने के कारण उन्हें उच्च उपचार हेतु ग्वालियर मेडीकल काॅलेज रैफर किया गया है। जबकि वर्तमान में 6 डेंगू प्रकरण उपचारत है। चिकित्सालय में विगत तीन माह से वायरल फीवर के कारण 18705 बुखार के मरीजों का उपचार किया गया है।
डेंगू उपचार हेतु जिला चिकित्सालय शिवपुरी में पृथक से डेंगू उपचार वार्ड भी बना हुआ है। जहां रोगियों का संपूर्ण क्षमता से उपचार किया जाता है।
जिला चिकित्सालय में 464 लोगों का एलाईजा टेस्ट किया जा चुका है। जिला चिकित्सालय में एक भी मरीज की डेंगू से मृत्यु नहीं हुई है। उन्होंने कुमारी अनुष्का कटारे की मृत्यु के संबंध में बताया कि कुमारी अनुष्का का जिला चिकित्सालय में उपचार नहीं किया गया था, जबकि उसका उपचार शिवपुरी एवं ग्वालियर में निजी चिकित्सालयों में किया गया था।
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