आप पार्टी को नहीं मिल रही चुनाव प्रचार की परमिशन: घंटों बैठे रहे इंतजार में

शिवपुरी। मप्र में विधानसभा चुनाव कैसे संपन्न होंगें जब पूर्व में घोषित पार्टी प्रत्याशी को ही प्रचार की अनुमति देने के लिए चुनाव ड्यूटी में लगे जिम्मेदार अधिकारी ही अपना रवैया नहीं सुधार रहे, आम आदमी पार्टी का प्रत्याशी महीने भर पहले से घोषित हो गया। अब ऐसे में वह अपनी पार्टी का झण्डा, बैनर और पोस्टर नहीं लगाएगा तो मतदाताओं के बीच कैसे अपनी बात को पहुंचाएगा, चूँकि आदर्श आचार संहिता लग चुकी है इसलिए इसका सभी सम्मान करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचकर प्रचार की अनुमति मांग रहे है।

बावजूद इसके घंटों कार्यालय में बिठाने के बाद भी अनुमति ना देने के कई बहाने बनाए जा रहे है वहीं दूसर ओर 9 अक्टूबर को भाजपाके राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली व सभा है इसकी अनुमति कैसे और क्यों दी, यही यही हालात रहे तो जिला शिवपुरी में निष्पक्ष मतदान संभव नहीं हो पाएगा, हम इस बात की शिकायत भोपाल और दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को लिखित में करेंगें। 

यह गुस्सा और तीखा आक्रोश व्यक्त किया आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक व घोषित विधानसभा प्रत्याशी एड.पीयूष शर्मा ने जिन्होंने आदर्श आचार संहिता नियमों का पालन करते हुए अपने चुनावी प्रचार को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष प्रचार की अनुमति मांगने गए थे लेकिन उनकी यहां कोई सुनवाई नहीं हुई और उन्हें अपने समर्थकों के साथ घंटो कार्यालय के बाहर इंतजार करना पड़ा।

पीयूष शर्मा ने  अपने कानूनी सलाहकार के साथ भी उन्होंने निर्वाचन कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई कि वह अपना चुनावी अभियान शुरूआत करना चाहते है। इसलिए परमीशन दी जाए लेकिन निर्वाचन आयोग शिवपुरी द्वारा अनुमति नहीं दी गई। 

वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की 9 अक्टूबर को निर्वाचन कार्यालय के समक्ष ही रैली व सभा हो रही है यह सब देखने के बाद भी इस सभा को निरस्त नहीं किया जा रहा, आम आदमी पार्टी इस रैली और सभा निरस्ती का मांग करती है। अन्यथा की स्थिति में आप पार्टी निष्पक्ष चुनाव का निर्वहन ना करने वाले अधिकारीयों के खिलाफ दिल्ली एवं भोपाल में चुनाव आयोग को शिकायत कर इस कार्यप्रणाली पर उचित कार्यवाही की मांग करेंगें। 

इस घटनाक्रम को लेकर आप पार्टी कार्यकर्ताओं में रोष की स्थिति निर्मित है। लेकिन वह आदर्श आचार संहिता के सम्मान में अपने गुस्से को नियंत्रण किए है। और इस मामले को लेकर चुनाव आयोग से सीधे जिला शिवपुरी के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के खिलाफ शिकायती आवेदन पत्र के माध्यम से उचित कार्यवाही को लेकर मांग करेंगें।