कोलारस की पंचायतो में फर्जीवाड़ा, राशि गायब और काम धरातल से

शिवपुरी। सरकार जहां ग्राम पंचायतों में लाखोंए करोड़ों रुपए निर्माण कार्य में विभिन्न मद से दे रही है। परंतु जनपद पंचायत कोलारस मैं पदस्थ अधिकारी से लेकर उपयंत्रीए सचिव एसरपंचए रोजगार सहायकों एके कमीशन के चक्कर में ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य अधूरे पड़े हुए हैं। और अधिकतर निर्माण कार्यों की राशि निकाल ली गई है और निर्माण कार्य धरातल से गायब है।

कोलारस जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में जिनमें नेटवास एसेसई सडक़ एलेवा एकिलावनी, कार्य एसर जापुर, पचावली, खोखर, देहरदा, परोडा डांग एबैरसिया, कोटा नाका मैं सरकार के द्वारा दी गई राशि में भारी पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ है। कोलारस के कांग्रेस विधायक द्वारा बैठक में अपना गुस्सा जाहिर कर चुके हैं बीते माह कोलारस जनपद में संपन्न हुई सचिव, अधिकारियों की बैठक में कोलारस विधायक महेंद्र यादव ने अधूरे पड़े निर्माण कार्यों को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि आप उन कार्यों को पूर्ण करें। 

जिसकी 50 प्रतिशत से अधिक राशि सचिवों के द्वारा निकालने के बाद ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं सीओ मैडम ने कहा कि हम ने नोटिस जारी कर दिए हैं और मैडम ने पहली हुई बैठक में भी नोटिस देने की बात कही थी और इतने बड़े पैमाने पर चल रहे घोटालों को उजागर नहीं किया गया पंचायत में करोड़ों रुपए निकलने के बाद भी कार्य नहीं हुई हैं, और इन कार्यों की राशि निकालकर जनपद पंचायत के जिम्मेदारों से लेकर सरपंच सचिवों ने हजम कर ली है विधायक ने साफ शब्दों में कहा कि घोटाले करने वाले सचिवों पर कार्रवाई होनी चाहिए विधायक के तीखे तेवर देखकर वहां मौजूद अधिकारी सन्न रह गए और एक दूसरे के मुंह की ओर ताक ने लगे।

आलाधिकारी, उपयंत्री, सचिव, सरपंच, मिलकर कर रहे हैं बंटाधार 
कितने अफसोस वाली बात है कि कोलारस जनपद पंचायत की पंचायतों में जमकर भ्रष्टाचार चल रहा है। करोड़ों रुपए की राशि सचिवों ने निकाली और निर्माण कार्य अधूरे हैं शौचालय तक ग्राम पंचायतों में नहीं बने हैं पूर्व में पदस्थ रहे सचिवों सरपंचों ने जमकर घोटाले किए हैं ग्राम पंचायत डोडयाई मैं पंचायत भवन बनाने में और पनवारी में मनोरंजन भवन यहां तक की शौचालय बनवाने में भ्रष्टाचार किया गया है। लाखों रुपए के निर्माण कार्य के लिए आया रुपया ग्राम पंचायतों के सरपंच सचिवों ने फर्जी तरीके से बिना काम कराए निकाल लिया सरकार जहां ग्राम पंचायत में विकास कराने बजट दे रही है वही सचिव सरपंच विकास की जगह विनाश कर रहे हैं! 

कागजों में ग्रामपंचायत हो रही है ओडीएफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गांव गांव को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत प्रत्येक हितग्राही को शौचालय बनाने के लिए 12000 की धनराशि भी दी जा रही है इसके बावजूद भी गांव अभी तक पूर्ण रूप से ओडीएफ नहीं हो पाए हैं इसकी प्रमुख वजह ग्रामीणों में जागरूकता की कमी के साथ प्रशासनिक उदासीनता भी सामने आ रही है जिसका एक उदाहरण नहीं अनेक उदाहरण पंचायतों में दिखाई दे रहे हैं ग्राम पंचायत राजगढ़, लुकवासा, साखनौर, सेसई सडक़, डेहरवारा, खरई, मैं बनाए गए अधिकांश शौचालय अधूरे व गुणवत्ता हीन दिखाई दे रहे हैं। और अचरज बाली बात तो यह है कि पहले पदस्थ रहे सचिव, रोजगार सहायक और सरपंचों ने कागजों में शौचालय बनाकर हितग्राही के नाम पर रुपए निकाल लिये! जिसके चलते अब उस हितग्राही को शौचालय नहीं दिया जा रहा ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई और अधिकांश लोगों ने सरपंचों के कहने पर अपने निजी पैसे से शौचालय बनवा लिया।

लेकिन आज तक उन्हें राशि नहीं मिली ग्राम पंचायत में शौचालय बनाने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। यदि इस पूरे मामले की जांच कराई जाए तो सरपंच सचिवों, रोजगार सहायकों एपर चार सौ बीसी का मामला दर्ज हो सकता है। 
 
इनका कहना है। 
मैंने जनपद पंचायत में सचिवों, अधिकारियों की बैठक ली थी।  जिसमें सांसद विधायक निधि द्वारा दिये गये निर्माण कार्य अधूरे है और राशि सचिव सरपच ने मिलकर निकाल ली है, मेने ऐसे सचिवों पर कार्यवाही की बात कही थी। 
महेन्द्र सिह याादव, विधायक कोलारस 

इनका कहना है। 
ऐसी शिकायते मेरे पास नहीं आई हैए और शोचालय का मामला लुकवासा से आया था जिसकी जांच कराई गई और सचिव को शोचालय का कार्य कराने के लिये कहा गया था।  
श्रीमती सुमन चक्र चौहान जनपद सीओ कोलारस