क्या शिवपुरी पुलिस सिर्फ शराब और जुआ पकड़ने के लिए है ?

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शिवपुरी। जिले में जबसे पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने चार्ज संभाला है। तब से एक अच्छा काम यह हुआ है कि सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों का निराकरण फटाफट हो रहा है परंतु यदि अपराधों के ग्राफ की बात करें तो वो महंगाई की तरह बढ़ता ही जा रहा है। पुलिस सर्च डिवाइस एक्टिवेट भी नहीं कर पाती और अपराधी आउट आॅफ नेटवर्क हो जाते हैं। इस मामले में शिवपुरी पुलिस इन दिनों भगवान और जनता के भरोसे पर है। हर छोटे से छोटे मामले में इनाम घोषित किया जा रहा है। सवाल यह है कि यदि सारी सूचनाएं आम जनता को ही देनी हैं तो 28 थानों की पुलिस क्या शराब और चाकू पकडने के लिए तैनात है। 

शिवपुरी में पुलिसिंग की व्यवस्था चरमरा रही है। एक के बाद एक हो रही वारदातों में पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली है। शिवपुरी पुलिस दीगर जिलों की वारदातों का खुलासा तो कर रही है। परंतु अपने जिले में हो रही वारदातों में पुलिस के हाथ खाली है। दो माह पूर्व जिले के खनियांधाना क्षेत्र में हुई कलश चोरी में पुलिस 2 माह बीत जाने के बाद भी हाथ खाली है। शहर में लगे 171 कैमरों के बाद भी शहर से वारदातें थम नहीं रही है। खनियांधाना में फिर एक जैन मंदिर को निशाना बनाकर चोरों ने फिर अष्टधातु से बनी मूर्तियां चुरा लीं। 

बीते रोज शहर में दिन दहाड़े पॉश कॉलोनी में राघवेन्द्र नगर में किरण गुप्ता की हत्या हो गई। पुलिस के खोजी कुत्ते भी कोई सफलता नहीं दिला पा रहे हैं। जो कुत्ते पुलिस ग्राउंड में छुपाया गया रुमाल फट से निकाल लाते हैं वो चोर और हत्यारों के कदम पहचान ही नहीं पाते। 

कुछ सवाल जो पब्लिक में वायरल हो रहे हैं

जैसा कि अखबारों में छप रहा है जिले में पुलिसिंग बहुत अच्छी हो गई है तो यह वारदात कहां से हो रही है ? 
इंदार थाना पुलिस ने एक बेगुनाह से जबरन गुनाह कबूलवाने बेरहमी से पिटाई की। 24 घण्टे में जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की बात कही गई थी। क्या हुआ?
26 जुलाई को खनियांधाना के राजाराम मंदिर से 51 किलो वजनी सोने का कलश जिसकी कीमत 15 करोड़ रूपए के आसपास थी। चोरी हो गया। अब तक पता क्यों नहीं चला। 
3 सिंतबर को जिले की मगरोनी चौकी क्षेत्र में एक दलित युवक की न सिर्फ बेरहमी से पिटाई की गई बल्कि उसके सिर की चमड़ी भी उखाड़ ली गई जो अब भी ग्वालियर अस्पताल में जिंदगी और मौत से संर्घष कर रहा है। गुनेहगार अब भी खुलेआम घूम रहे है, आखिर क्यों। 
बामौरकलां क्षेत्र में एक दलित कोटवार की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। आरोपी पकड़े नहीं गए। क्या पुलिस सिर्फ इनाम घोषित करने के लिए है। 
लुकवासा चौकी क्षेत्र में बीते दिनों एक कोचिंग संचालक द्वारा एक मासूम के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आज तक कोचिंग संचालक को गिरफ्तार नहीं किया। सूत्रों का कहना है कि वो शहर में ही है। 
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