गिरमौरा के बाद डबिया में हैजा का कहर, एक की मौत, अधिकारी नहीं उठा रहे फोन

शिवपुरी। शासन आदिवासियों के उत्थान के लिए लगातार योजनाओंं की झड़ी लगा रहा है, मगर जिला प्रशासन के अधिकारियों की अनसुनी ने जिले में आदिवासियों की हालत खराब कर रखी है। माननीय कलेक्टर साहिबा को बैठकों से फुर्सत नहीं है। एक के बाद एक आदिवासी बस्तियों में फैल रहे हैजा से अब ग्रामीण आदिवासी दम तोड़ रहे हैं मगर प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। यहां पीने तक को स्वच्छ पानी नहीं है अभी गिरमौरा गांव में अभी अभी फैले हैजा के प्रकोप से आदिवासी समुदाय उबरा भी नहीं था कि ग्राम डबिया में भी हैजा फैल जाने से कई आदिवासी इसकी चपेट में आ गए यहां के बारे में जब प्रशासन के आला अधिकारियों को सूचना दी गई तो स्थिति यह थी कि कलेक्टर ने भी ग्रामीणों का फोन उठाना उचित नहीं समझा। 

इस दौरान ग्राम डबिया का आदिवासी रामदयाल उम्र 50 साल की जिला अस्पताल में हैजा से मौत हो गई इसे आज ही जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डबिया के कई आदिवासी इस बीमारी की जकड़ में पिछले तीन दिन से हैं जिनमें बसंती पत्नि मनोज निवासी बैरागढ़ जो मायके डबिया आई थी इसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। 

इसके अलावा बुद्धू आदिवासी उम्र 35 वर्ष, गजलू आदिवासी, प्रियंका आदिवासी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है उधर सुभाषपुरा क्षेत्र के पवन आदिवासी नामक 7 वर्षीय बालक को भी जिला अस्पताल लाया गया है। प्रशासन में कहीं कोई सुनवाई नहीं है जो अधिकारी पीडि़तों के फोन तक उठाने की स्थिति में नहीं हैं लोग बीमार होकर मर रहे हैं ऐसे में किससे संवेदनशीलता उम्मीद करें।