
जानकारी के अनुसार आज कांग्रेसी नेता अजय प्रताप रूहानी ने कंट्रोल रूम में पुलिस के सामने आरोप लगाए कि एक युवक एक नाबालिग को अपने ही घर में बंधक बनाकर रखे हुए है। इस मामले पर पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस कांग्रेसी नेता की निशानदेही पर लालमाटी स्थिति किशोरी के किराए के कमरे पर पहुंची। जहां किशोरी की मां ने आरोपी पर जबरन किशोरी को धमकाने और घर से निकलने पर जान से मारने सहित बलात्कार के गंभीर आरोप लगाए।
इस मामले में पुलिस गंभीरता से देखते हुए तत्काल तीनों को लेकर कोतवाली आ गए। कोतवाली में किशोरी की मां ने अपने आरोप बरकरार रखे। जब पुलिस ने किशोरी के बयान लिए तो किशोरी ने कोई भी घटना से इंकार कर दिया। जब पुलिस ने किशोरी के मेडीकल कराने की बात कही तो किशोरी ने मेडीकल कराने से भी इंकार कर दिया। उसके बाद किशोरी के साथ आए कांग्रेसी नेता दवाब डालकर युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराना चाह रहे थे। परंतु किशोरी की मां और बेटी दोनों ही लगातार पुलिस को अलग-अलग बयान देती रही। उसके बाद पुलिस ने अंत में दोनों के रिकॉर्डिग में बयान लेकर छोड़ दिया।
क्या था मामला
इस मामले में कांग्रेसी नेता ने बताया है कि किशोरी और किशोरी की मां जिले के एक गांव में निवास करते है। किशोरी की मां के नंबर पर विगत एक साल पहले एक अननॉन नंबर से फोन आया। मां और युवक सोनू सरदार निवासी पंजाव के बीच बातचीत होने लगी। इस बातचीत के बाद सोनू महिला के गांव पहुंच गया। गांव पहुंचकर सोनू ने गरीबी का फायदा उठाकर युवती को बच्चों को पढाने के लिए शिवपुरी रहने की बात कही।
इसका खर्चा उठाने की जिम्मेदारी सोनू ने ली। सोनू घर में रहता और अपनी बहन को किसी अच्छे पद पर पदस्थ होने की कहकर खाते में रूपए लाकर इनका खर्चा चलाता। कांग्रेसी नेता का आरोप है कि इस दौरान सोनू की नजर युवती की बेटी पर पडी और आरोपी उसके साथ गलत हरकत करने लगा। इस मामले में आज नेता का आरोप था कि आरोपी ने किशोरी को घर में बंधक बनाकर रखा हुआ है। हांलाकि जब पुलिस पहुंची थी तो किशोरी अपना काम कर रही थी।
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