पीएम आवास के एवज में सरपंच मांग रहा था रिश्वत

शिवपुरी। जिले में भ्रष्टाचार पूरे चरम पर है। पूरे जिले में कोई किसी की सुनने बाला नहीं है । जिसके चलते जिले में भ्रष्टाचार ने पूरी तरह से अपने पैर जमा लिए है। ताजा मामला जिले के कोलारस जनपद पंचायत का सामने आया है जहां आज सरपंच को रिश्वत नहीं देने पर उसने पीएम आवास स्वीकृत हो जाने के बाद भी वह बन नहीं पाया। जिसके चलते युवक अपनी जर्जर पटौर में ही रह रहा था। जिसके चलते आज रात्रि में उक्त जर्जर पटौर भरभराकर गिर गिई। इस पटौर के गिर जाने से पटौर में के दबकर एक 7 वर्षीय मासूम की मौत हो गई। 

जानकारी के अनुसार रामसिंह परिहार निवासी ग्राम पिपरौदा थाना तेंदुआ ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी बीते कुछ दिनों पूर्व प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम आ गया था। जिसके चलते उसने सरपंच से गुहार लगाई कि उसका आबास बनबा दे परंतु सरपंच ने उक्त आवास के एवज में उससे रिश्वत की मांग की। जिससे रामसिंह रिश्वत नहीं दे सका और वह अपनी जर्जर पटौर में ही परिवार के साथ रह रहा था।

आज रात में पिपरोदा में आधी रात को उस समय चीखों पुकार मच गई जब एक गरीव परिवार का घर अचानक ही ढह गया, मकान गिरने के समय राम सिंह परिहार अपने पूरे परिवार के साथ घर में सो रहे थे, मकान गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग आए जिन्होंने 2 घंटे मशक्कत के बाद परिवार को बाहर निकाला, सभी घायलों को कोलारस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उपचार के लिए लाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने 7 वर्षीय मासूम अंजली परिहार को मृत घोषित कर दिया, घटना की जानकारी मिलते ही, अनुविभागीय अधिकारी प्रदीप सिंह तोमर ने जरूरी कार्यवाही के लिए कदम उठाते हुए, आवासहीन हो चुके परिवार को स्थानीय पंचायत भवन में ठहरने के इंतजाम किए हैं, तथा भोजन एवम घायलों के उपचार की उचित व्यवस्था की जा रही है।

बड़ा सवाल ये है कि सारे देश में चल रही प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ इस गरीब को क्यों नही मिला, इस मामले में परिजनों का आरोप है कि सरपंच ने आवास दिलाने के बदले पैंसे की मांग की थी, पैंसे नही होने की दशा में घर नही बना पाए और हमने हमारी बच्ची खो दी।