शिवपुरी। भारत एक ऐसा देश है जहां मच्छरो से लडने के लिए पूरा एक विभाग बनाया गया हैं। लेकिन वह विभाग अपने इस काम में नाकाम रहा हैं या मच्छर ज्यादा ताकतवर हो गए हैं,इस कारण अब 5 विभाग जिला प्रशासन ने डेंगू से लडने के लिए उतार दिए हैं। जिले में डेंगू का आतंक हैं। कई मरीजो की इस जानलेवा डेेंगू के डंक के शिकार हो चूके हैं। अभी तक मलेरिया विभाग,स्वास्थ्य विभाग,शहरी और ग्रामीण नगर पालिका के साथ-साथ अब जिला पंचायत विभाग के सचिव-सरपंच,और शिक्षक भी डेंगू से लडने के लिए उतारने की खबर मिल रही हैं।
2 माह में 150 मरीज मिले
शिवपुरी शहर सहित पूरे जिले में डेंगू तेजी से फैल रहा है। 50 दिनों में डेंगू के 148 मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने 22 हजार 12 घरों में सर्वे कराया है जिसमें 3 हजार 588 घरों में जमा साफ पानी में डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छरों का लार्वा निकला है। शिवपुरी शहर से 80 से ज्यादा मरीज हैं। जिले के सतनवाड़ा क्षेत्र में 24 व पोहरी में 21 मरीज निकले हैं। इसके अतिरिक्त जिले के कई गांवो में डेंगू का आंतक हैं।
गूगरीपुरा में पांच डेंगू पॉजिटिव, दो अभी भी ग्वालियर में भर्ती
इसी बीच जयारोग्य ग्वालियर में भर्ती 70 वर्षीय कपूरी बाई जाटव पत्नि करन जाटव निवासी गूगरीपुरा की मंगलवार शाम 4 बजे मौत हो गई। डेंगू जांच से पहले ही उनकी मौत हुई है।
गूगरीपुरा के प्रकाश जाटव पुत्र केसरिया जाटव को हालत खराब होने पर ग्वालियर भर्ती होना पड़ा। जांच में डेंगू पॉजिटिव निकला। हालत में सुधार के बाद वे पिछले सप्ताह ही गांव लौटे हैं। गांव के हेतराम जाटव पुत्र बक्खशा जाटव भी डेंगू का इलाज कराकर गांव लौट आए हैं।
गुड्डी जाटव पत्नि सुभाष जाटव डेंगू का इलाज कराकर लौटी हैं। नाहर सिंह पुत्र प्रकाश और अनिल पुत्र राजेंद्र जाटव डेंगू पॉजिटिव होने पर ग्वालियर में भर्ती रहकर इलाज करा रहे हैं। वहीं चाहत तिवारी पुत्री विजय तिवारी की जिला अस्पताल की जांच रिपोर्ट में 14 सितंबर को प्लेटलेट्स 26 हजार रह गईं। 15 सितंबर को ग्वालियर रैफर किया गया जहां जांच में डेंगू पॉजिटिव निकला। बच्ची की हालत में 17 सितंबर को सुधार हुआ।
शिवपुरी शहर में डेंगू का ज्यादा आंतक,अधिसूचित घोषित
एक आकंडे के अनुसार शिवपुरी शहर में डेंगू का ज्यादा आतंक हैं,बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा डेंगू मनियर क्षेत्र में हैं। इसके आलावा शहर की पोश कॉलोनियो में भी डेंगू के डंक का आंतक हैं। कलेक्टर शिवपुरी ने मप्र आपत्तिजनक हैजा विनियम 1983 के नियम 3 के तहत प्राप्त शक्तियों का प्रयोग कर शिवपुरी जिले को अधिसूचित घोषित कर दिया है। और यह आगामी 6 माह के लिए रहेंगा।
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