मेडम सर, 181 की कार्रवाई पर थैक्स, पर इस योजना के साथ सौतेला व्यवहार क्यों..

एक्सरे/ललित मुदगल/शिवपुरी। आज एक खबर सभी अखबारों ने प्रकाशित की है कि सीएम हेल्पलाइन में शिकायतों को लटकाने के मामले में जिले के 5 एसडीएम और 9 तहसीलदारों को नोटिस जारी किया हैं। कार्यवाही की प्रशंसा हो रही हैं। इसमे एक बात देखने में आती है कि सीएम हेल्पलाइन की शिकायतो को लटकाया जाता है तो उसका डाटा भोपाल स्तर पर दिखता हैं इस कारण सीएम हैल्पलाईन को शायद गंभीरता से लेकर अधिकारी पर कार्रवाई की जाती हैं। लेकिन शासन की एक और महत्वपूर्ण योजना के साथ क्यों सौतेला व्यवहार किया जाता है, यह योजना है जनसुनवाई...आईए इस जनसुवाई के एक मामले का एक्सरे करते हैं। 

शायद जनसुनवाई की पेंडेंसी का डाटा कहीं नही दिखता होगा। इस कारण जनसुनवाई कार्यक्रम को गंभीरता से नही लिया जाता हैं। जनसुनवाई में ऐसे कई मामले में लटके पड़े है जिनमे शिकायत कर्ता ने पूरे सबूत अपनी शिकायत के साथ सौपे है लेकिन कार्रवाई नही होती है उदाहरण के लिए इस मामले को लेते है...बैराड़ के एक शिकायतकर्ता ने 6 अगस्त मंगलवार को एक शिकायत की थी। इस शिकायत में कहा गया था कि बैराड़ क्षेत्र में संचालित शिक्षा विभाग के माफिया माने जाने वाले लखेश्वर पब्लिक स्कूल ने अब अपनी कमाई को दोगुना करने के चलते एक ही जगह पर दो स्कूलों की मान्यता प्राप्त कर ली। 

यही नहीं यह मान्यता प्राप्त करने के बाद नए स्कूल के बैनर और पोस्टरों से पाट दिया। यही नहीं इस संस्थान द्वारा पब्लिक को गुमराह करने के लिए इसी साल मान्यता मिलने बाले स्कूल से ही टॉपरों के नाम और लिस्ट लिखबा दी। जिसमें कुछ छात्रों को लेपटॉप देने का उल्लेख भी किया गया है। 

बताया गया है कि उक्त विद्यालय को जो मान्यता दी गई हैं उस भवन में पूर्व से ही अशासकीय लखेश्वर उमावि बैराड संचालित है उसी भवन के फोटो लगाकर नवीन लार्ड लखेश्वर हायर सेकेण्डरी स्कूल को मान्यता दी गई हैं। जबकि नवीन विद्यालय को मान्यता लेने हेतु कम से कम एक किलोमीटर की दूरी होना अनिवार्य हैं। साथ ही उक्त विद्यालय शासकीय उच्चर माध्यमिक विद्यालय के सामने हैं। 

मजे की बात तो यह है कि उक्त लार्डं लखेश्वर हाण्सेण्संचालक द्वारा सत्र 2018-19 में मान्यता प्राप्त की हैं, तथा उसी सत्र में विज्ञापन में छात्र-छात्राओ को गुमराह करने हैतु पेपर एक ग्वालियर से प्रकाशित दैनिक न्यूज पेपर में विज्ञापन में छात्र-छात्राए प्रथम श्रेणी में उर्तीण तथा 70 छात्र-छात्रओं को लेपटॉप की राशि दर्शायी गई हैं। मप्र के सीएम के द्वारा प्रत्येक छात्र के नाम 25 हजार से दी गई है तथा छात्र छात्राओं के साथ धोखा-धडी की जा रही हैं। 

नवीन विद्यालय लार्ड लखेश्वर हा.से.स्कूल के संचालक रघुवीर सिंह धाकड अशासकीय लखेश्वर हायर सेकेण्डरी एवं लार्ड लखेश्वरी हाण्सेण्दोनो स्कूलो में प्राचार्य के पद पर पदस्थ हैं। नियमानुसार एक ही व्यक्ति 2 स्कूलो का प्रचार्य कैसे हो सकता हैं।

बताया गया है कि इस स्कूल के प्राचार्य रघुवीर सिंह धाकड़ आपराधिक प्रवृति के व्यक्ति हैं,इसके ऊपर एक दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं एवं इनको पोहरी एंव शिवपुरी के माननीय न्यायालयो द्वारा सजा सुनाई हैं। बताया गया है कि लखेश्वर हायरसेकेड्री स्कूल का भवन भी इसी भवन में जिसमें नई संस्था लार्ड लखेश्वर के फोटो लगाकर फोटो लगाकर सांठ-गांठ करके नवीन विद्यालय की मान्यता ले ली। 

इस मामले में शिकायत को लगभग 25 दिन हो चुके हैं लेकिन अभी तक कार्यवाही नही की गई है,इससे प्रतीत होता है। कि जनसुनवाई में सुनवाई नही होती है और न ही इसकी पेंडेसी पर संभवित अधिकारी पर कोई कार्यवाही नही होती हैं। इस कारण ही इस योजना के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता हैं।