सुल्तानगढ़ हादसे के बाद भी नहीं ले रहे सबक, ऊफनती सिंध से निकाली 50 लोगो से भरी बस

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शिवपुरी। मौत के झरने के हादसे हो अभी चंद रोज ही हुए हैं। लेकिन लोग अभी भी अपनी बाजीगर बन अपनी जान को दांव पर लगा रहे हैं। प्रशासन ने इस हादसे के बाद से पर्यटन स्थलो और रपटे ओर पुल, पुलियो पर सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश दिए थे,लेकिन सब ढाक के पात निकले,आज एक बस चालक ने फिर एक हादसे को निमत्रंण देते हुए मौत के रपटा जिस पर 3 फुट से ऊपर पानी निकल रहा था,उस पर बस डाल दी, बस में बैठे में यात्रियो की सांसे अटक गई। 

खबर कोलारस अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले गोराटीला रपटे से आ रही हैं। जहां यात्रियों से भरी बस को साढे तीन फीट पानी तेज बहाव में रपटे के ऊपर से बह रहा था। बावजूद इसके बस चालक ने लोगों की जान की परवाह किए बिना बस को तेज बहाव में डाल दिया। जिस दौरान बस पानी से गुजरी न सिर्फ यात्रियों से ठसाठस भरी थी, बल्कि बस की छत पर भी यात्री सवार थे। 

आसपास किनारे पर खड़े लोगों की सांसें थमी हुई थीं, लेकिन बस के चालक को जरा भी रहम नहीं आया और उसने सवारियों की जान की परवाह किए बगैर बस को पानी में उतार दिया। बस में सवार यात्री सरवन और दिमानसिंह की मानें तो पानी से गुजरते वक्त बस दो जगह बहकी भी थी। वह तो किसी तरह किनारे पर आ गई। वरना कोई बडा हादसा घटित हो सकता था। यह घटना रविवार की शाम 5 बजे की है। 

50 से अधिक यात्री सवार थे बस में
जिस दौरान बस रपटे के तेज बहाव के बीच से गुजर रही थी। बस में सवार यात्रियों की मानें तो बस पूरी तरह से ठसाठस भरी हुई थी और बस में करीब 50 से अधिक यात्री सवार थे, जो खोड़ की ओर से शिवपुरी आ रही थी। कई यात्रियों को जब जगह नहीं मिली तो वह बस की छत पर भी सवार हो गए थे।

यात्री बोले याद आ गए भगवान 
बस में सवारयात्रियो ने बताया कि जब चालक ने बस को साढे तीन फीट पानी में जैसे ही उतारा, उस दौरान वह तो हक्का बक्का रह गया और यात्रियों की जाने भी आफत में आ गई और लोगों ने भगवान का नाम लिया, लेकिन गनीमत यह रही कि बस पानी से सुरक्षित बाहर निकल आर्ई। यात्री सुनील का कहना था कि पुल पर पानी देखकर हमने बस को रोकने के लिए कहा था, लेकिन चालक नहीं माना और एक नहीं, बल्कि तीन रपटों से किसी तरह बस को निकालकर लाया।

रपटो के दर्शन कर लौट आती है पुलिस 
गोराटीला पर कल जब बस पानी से गुजरी उसके कुछ देर पहले कोलारस के पुलिसकर्मी गोराटीला के रपटों का निरीक्षण कर वापस लौट गए थे। ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस यहां मुस्तैद रहे तो पानी से गुजरने का जोखिम उठाने वाले लोगों को रोका जा सकता है।

इनका कहना है-
हां मुझे सूचना मिली है कि एक रपटे से बस को निकाला जा रहा है। में मीटिंग में भोपाल जा रहा हूं। मामले को में दिखवाता हूं।
राजेश हिंगणकर,पुलिस अधीक्षक शिवपुरी। 
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