लिपिकों की STRIKE अब देगी दूसरे कर्मचरियो को टेंशन, अटक सकता है वेतन

शिवपुरी। रमेश चन्द्र शर्मा समिति की सिफारिश लागू करने की मांग को लेकर प्रदेश भर में बाबुओं की हड़ताल के साथ तहसील के लिपिक भी विगत 23 जुलाई से हड़ताल पर चले गए हैं। लिपिकों के हड़ताल पर जाने से जहां कार्यालयों का काम प्रभावित हो गया है वहीं तहसील क्षेत्र के किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल के कारण कर्मचारियों को वेतन भी अटक सकता है। 

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश लिपिक वर्ग कर्मचारियों ने प्रांतीय निकाय के आव्हान पर सोमवार से कलम बंद हड़ताल शुरू कर दी है। लिपिकों का कहना है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा और अब यह लड़ाई आर पार की होगी। तहसील के विभिन्न विभागों के लिपिक तहसील कार्यालय पर एकत्रित होकर धरना दे रहे हैं। 

तहसील अन्तर्गत लिपिक जयकरण भदौरिया, सत्य नारायण शर्मा, विनय कुमार शर्मा, विजय सिंह आर्य, अमृतलाल बाथम, महेश चन्द्र शिवहरे, अजय तिवारी, मनीष अध्र्व्यु, बीएम पाठक, योगेन्द्र कुशवाह, बालकृष्ण सेन, मनीष भार्गव, पंकज राजपूत, लक्ष्मण दास कोरी सहित अन्य लिपिक हड़ताल पर हैं। 

लिपिकों की प्रमुख मांगें 
सहायक ग्रेड.3 संवर्ग का ग्रेड-पे 2400 रुपए हो। 
समयमान वेतनमान परिवर्तित किया जाए। 
बीमा समूह योजनांतर्गत 400 रुपए दिए जाएं। 
अनुकम्पा नियुक्ति शिक्षकों के नियमानुसार ही की जाए। 
वेतन विसंगति एवं सेवा निवृत्ति आयु एकसमान हो।