
पुलिस लाइन में स्थित एसएएफ बैरक के आसपास रात्रि करीब 11 बजे एक टैक्सी चालक ने 4 फीट लम्बे मगर को घूमते हुए देखा जिसकी सूचना तुरंत ही टैक्सी चालक ने डायल 100 को दी और जानकारी लगते ही डायल 100 मौके पर पहुंची। इसी दौरान चीता पुलिस को भी मौके पर बुला लिया जिसमें पदस्थ आरक्षक दीपक चौहान और अन्य पुलिसकर्मियों ने मगर को पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन मगर बैरक में घुस गया जहां एसएएफ कर्मी सो रहे थे।

इसके बाद दीपक को अस्पताल ले जाया गया जहां उसका उपचार हुआ। बाद में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई और मगर को पकडऩे में सफलता हासिल की। विदित हो कि बारिश के साथ ही शहर में मगरों का आगमन शुरू हो गया है। अभी दो दिन पूर्व भी एक मगर के बच्चे को डायल 100 कर्मियों ने पकड़ा था और कुछ दिन पूर्व ठण्डी सडक़ क्षेत्र में डॉ. एमडी गुप्ता के निवास के पास एक मगर देखा गया था, लेकिन वन टीम के आने से पहले ही मगर नाले में चला गया था जिस कारण वह पकड़ में नहीं आ पाया।