जिले के स्वास्थय विभाग में हुई ११८ फर्जी नियुक्ति और वो भी ईच्छानुसार वेतन पर

शिवपुरी। जिले के स्वास्थय विभाग में रोगी कल्याण समिति के तहत की गई सपोर्टिंग स्टाव व चतुर्थ श्रेगी के कर्मचारियों की भर्तियो में एक बडा भर्ती काण्ड उजागर हुआ है। बताया जा रहा है कि विभाग के अधिकाारियों ने नियमो को अनदेखा कर अपनी ईच्छानुसार वेतन पर ११८ नियुक्ति कर डाली। इस मामले में मंगलवार को जिम्मेदार अधिकारियो को भोपाल तलब किया गया है। विदित है कि शासन ने प्रदेश भर में रोगी कल्याण समिति के तहत जुलाईं २०१७ में सफाई कर्मी आदि की भर्ती किए जाने के आदेश जारी कर दिए थे। इसी आदेश के क्रम में १ जनवरी २०१८ को एक ही दिन में शिवपुरी के सभी ब्लॉक में स्थित स्वास्थय केन्द्रों में ११८ कर्मचारियों की भर्ती नियमों को ताक कर रख कर दी।  

खास बात यह रही कि सभी ब्लॉक ने बीएमओ ने कर्मचारियों को अपनी मर्जी से मनमाने मानदेय पर नियुक्ति प्रदान की। इन नियुक्तियों के लिए सीएमएचओ कार्यालय से एक पत्र भी जारी कर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए थे। 

ऐसे हुआ खुलासा 
शिवपुरी में हुए इस भर्ती घोटाले का खुलासा जबलपुर उच्च न्यायालय में दायर अवमानना याचिका के क्रम में उस समय हुआ जब भोपाल से रोगी कल्याण समिति के तहत की गई भर्तियों की जानकारी तलब की गई। जब अधिकारियों ने जानकारी देखी तो उसमें न तो प्रोसिडिंग से संबधित पुख्ता कार्रवाई मिली और नही एसडीएम की सहमती। बताया गया है कि इन नियुक्तियो में प्रत्येक नियुक्ति से ईच्छायुक्त धन मिला है। 

यह थे नियम, लेकिन हुआ और कुछ 
नियमानुसार उक्त भर्तियो के लिए रोगी कल्याण समिति की बैठक आयोजित करने के साथ ही उसकी प्रोसिडिंग तैयार की जानी थी। इस प्रोसिडिंग पर एसडीएम की सहमति लिया जाना अनिवार्य था,परन्तु इन भर्तियो के दौरान इस नियम को फ्लो नही किया गया। जिम्मेदार अधिकारियों ने सिर्फ कागजी खाना पूर्ति करके स्वास्थय अधिकारियों ने नियुक्तिया कर दी। इन लगाए गए कर्मचारियों को ५५०० रू का मानदेय देना था लेकिन इन कर्मचारियों के वेतन में एकरूपता नही है। इस पूरे ममाले में जमकर वसूली करने की खबर मिल रही है।