
उनका पता बता दीजिए। जब मैंने कहा कि मिश्रा जी तो इस कॉलोनी में कोई नहीं हैं तो उस युवक ने पूछा कि वह पीछे वाला घर किसका है। मैंने जैसे ही पीछे मुउकर देखा वैसे ही युवक ने मेरे गले में झपट्टा मारकर डेढ तौले की चैन खींच ली और भाग बाइक पर बैठक कर भाग गए।
अचानक हुई घटना से मैं कुछ देर के लिए स्तब्ध रह गईए लेकिन जैसे मेरे में चेतना आई मैं बदमाशों के पीछे दौडी और चिल्लाई भी इसी दौरान किसी ने मेरे पति रिपुदमन सिंह जो कि हनुमान मंदिर में दर्शन कर रहे थे को घटना की सूचना दी। वह जब तक आए तब तक बदमाश भाग चुके थे। उनका कहना था कि कॉलोनी के बाहर पुलिस वाहन भी खड़ा था जिसमें सवार लोगों को मैंने और पति ने घटना के बारे में बताया तो उन्होंने पहले रिपोर्ट करने की बात कही। केशकांति भदौरिया उज्जैन में पदस्थ एडीपीओ कुलदीप सिंह भदौरिया की मां है। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात 2 आरोपियो के खिलाफ अपराध क्रमांक 131/18 पर धारा 379 और 11/13 डकैती एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
रैकी कर दिया है बदमाशों ने घटना को अंजाम
कॉलोनी में रहने वाले डॉ ऋषिश्वर की माने तो घटना को देखकर तो ऐसा लगता है कि बदमाशों ने रैकी करके वारदात को अंजाम दिया है। क्योंकि प्रतिदिन आंटी का समय मंदिर जाने का सुबह 9 बजे के करीब है और उसी समय में यह वारदात होना दर्शाता है कि उनकी रैकी बदमाश कई दिन से कर रहे थे और पूरी प्लानिंग से इस घटना को अंजाम दिया है।