मुन्ना लाल एंड सन्स का तख्त पलटने की तैयारी में भाजपा पार्षद

शिवपुरी। नगर की सत्ता पर बैठी मुन्ना लाल एण्ड संस कंपनी को अब जड़ से उखाड़ फैंकने की तैयारियां शुरू हो चुकी है। भ्रष्टाचार में आंकठ में डूबी नगर पालिका शिवपुरी में बहती भ्रष्टाचार की गंगा को रोकने के लिए भाजपा के पार्षदों ने कमर कस ली है। जैसा कि विदित है कि नगर पालिका की सत्ता की बागडोर कांग्रेस के मुन्नालाल कुशवाह को शहर के जनता ने सौंपी थी। लेकिन कांग्रेस की सत्ता का धीरे-धीरे नाम परिवर्तित हो गया और इस पहचाने जाने लगा मुन्नालाल एंड संस के रूप में। 

इसी कंपनी के खिलाफ भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष भानु दुबे और नपा के भाजपा के पार्षद अब खुलकर इस कंपनी के खिलाफ मोर्चा बंदी करेंगी। भाजपा पार्षद समाने से होगें और इस कंपनी का विरोध पर्दे के पीछे से कांग्रेसी जन और कांग्रेस के पार्षद भी करने की खबर आ रही है। जानकारी के अनु़सार नगर पालिका शिवपुरी में परिषद की बैठक समय पर न होने नियमानुसार परिषद की बैठक 2 माह माह में होनी चाहिए लेकिन नगर पालिका में उक्त बैठक 4-4 माह तक नही होती है। किचिन कैबिनेट में भी कई गड़बड़िया सामने आ चुकी है। सबसे बडी बात है कि नपा अध्यक्ष के पास फाइल उनके पुत्र सोनू कुशवाह की एनओसी के बाद ही पहुचंती है। 

सबसे बडा मुद्दा मुन्नालाल एण्ड संस कंपनी द्वारा भ्रष्टाचार की गंगा बहाने का है। बताया जा रहा है कि भाजपा और भाजपा के पार्षद बीपीएल काण्ड, मुन्नालाल कुशवाह के भाई जंडेल सिह कुशवाह की नियुक्ति पर कार्रवाई न होना, स्टोर में लगातार नकली समान मिलना, एचडीपी पाइप खरिदी काण्ड में कार्रवाई न होना सहित तमाम मुद्दो पर कलेक्टर शिवपुरी को उच्चस्तरीय जांच करवाने के लिए ज्ञापन देने वाले है। 

बताया यह भी गया है कि नपाध्याक्ष मुन्नालाल कुशवाह (मुन्नालाल एंड संस) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी भी गुपचुप तरीके से चल रही है। जिले अमलीजना ज्ञापन के बाद मुर्त रूप दिया जा सकता है। विदित हो कि नगर पालिका शिवपुरी में वर्तमान परिषद में कांग्रेस के 12 पार्षद,भाजपा के 18 व 9 निर्दलीय पार्षद है। अगर भाजपा ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है तो मुन्नालाल एंड संस के खिलाफ अविश्चास प्रस्ताव आ जाए तो बडी बात नही होगीं।