
जिससे टोल संलालक को हौंसला मिल रहा है जिससे टोल चालक की मनमानी बड़ती जा रही है। टोल शुरू होने के बाद से ही टोल पर मनमानी हावी है कभी टोल पर तोल कांटे में गड़वड़ कर अवैध वसूली की जाती है तो कभी एक ही वाहन से अलग अलग टोल लेकर जनता को चूना लगाया जाता है। ऐसा एक बार नही कई देखने को मिला है।
बताया गया है कि मंगलवार को सुबह सिकरवार बस नंबर एमपी 07 पी 0893 ग्वालियर से गुना की और सवारी लेकर जा रही थी तभी टोल कर्मियो ने टोल के रूप में 515 कि मांग की जबकी सोमवार को इसी बस से 245 रूपए का टोल काटा गया था। जिसका विरोध जब बस संचालक ने किया तो बस संचालक को धमकाकर आगे जाने को कहा सवारियो कि सुविधा के लिए बस संचालक वहां से चला गया।
इससे पहले भी भदौरिया बस से एक दिन 170 का टोल लिया गया जबकी दूसरे दिन 245 की मांग की लेकिन बस चालक का कहना है की शिवपुरी जिले की बसें रोज 170 की राशि देकर निकल रही है। लेकिन काफी बहस के बाद भी जब टोल कर्मी नही माना तो सवारियां एक घंटा लेट होने के चलते भरी वारिश में बस से उतरकर अन्य साधनो से जाने को मजबूर हो गई।
ऐसे ही शारूख खांन अपनी कार स्फिट डिजाईर से गुना जाते हुए जब पूरनखेड़ी टोल पर पहुंचा तो टोल कर्मियो ने वाहन चालक से 100 रूपए की मांग की वहीं वाहन चालक का कहना है की वह आए दिन इसी टोल से जा रहा है और यह कोलारस की गाड़ी है पहले स्थानीय वाहनो से 50 रूपए का टोल लिया गया। इससे पहले भी यादव बस से एक ही गाड़ी का अलग अलग रेट का टोल वसूला गया था जिस पर भी यादव बस संचालक ने टोल पर बसें खड़ी कर हंगामा किया था।
टोल पर हो रही लाखो रूपए की अवैध कमाई -
ऐसे कई मामले आए दिन सामने आ रहे है जिसमें अलग अलग टोल की वसूली की जा रही है। जिसमें टोल कर्मी एक ही गाड़ी से अलग अलग टोल बसूल रहे है जिससे टोल पर आए दिन हंगामे की स्थिती बन रही है। एक ही वाहन से अलग अलग राशी का टोल लेना टोल संचालक की मनमानी का सीधा साधा उदाहरण से इससे टोल संचालक द्वारा लाखो रूप्ए की अतिरिक्त कमाई की जा रही है।
इसका खामियाजा हाईवे पर चलने वाले अन्य वाहनो के साथ सवारियो पर पड़ रहा है। हंगामा होने की स्थिती में टोल नीयमो के अनुसार 3 मिनिट से ज्यादा अगर वाहन टोल लाईन में खड़ा होता है तो वाहन को निशुल्क निकालने का प्रावधान है लेकिन इस टोल पर इस नियम भी पालन नही हो रहा है।
अब देखना यह है की इस मामले में कौन जनप्रतिनिधी जनता के हित में टोल कर्मिैयो की हटधर्मिता के खिलाफ आवाज बुलंद करेगा। वहीं जब हमने पूरनखेड़ी टोल प्रबंधक महेन्द्र तोमर से बात करनी चाही तो प्रभारी ने दो बार कॉल लगाने पर भी कॉल नही उठाया।