कोलारस में नहीं ही प्रतिभाओं की कमी,शिक्षा के सुख का आधार:महाआर्यमन सिंधिया

कोलारस। अपने एक दिवसीय दौरे पर कोलारस पहुंचे क्षेत्रीय सांसद श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया पुत्र महाआर्यमन सिंधिया ने कोलारस में कई कार्यक्रमो में भाग लिया। जिसके बाद महाआर्यमन सिंधिया कोलारस नपाध्यक्ष रविन्द्र द्वारा किया जा रहा कोलारस प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथी के रूप में शामिल हुए और कोलारस कि प्रतिभाओ को सम्मानित किया। इस दौरान सबसे पहले रविन्द्र शिवहरे ने अपने सहयोगियो के साथ महाआर्यमन सिंधिया का कोलारस आगमन पर माल्र्यापण करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। 

जिसके बाद कोलारस कि प्रतिभा सम्मान समारोह कि शुरूआत करते हुए महाआर्यमन सिंधिया ने कोलारस कि प्रतिभाओ को सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत में महाआर्यमन सिंधिया ने समारोह को संबोदित करते हुए कहा कोई भी मनुष्य जो अपने जीवन में सफल होता है उसमे उसकी शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान होता है। शिक्षा मनुष्य के व्यक्तित्व के निर्माण में सहायता करती है। शिक्षा से व्यक्ति में आत्मविश्वास पैदा होता है और उसके अन्दर सकारात्मक विचारों का जन्म होता है। 

आज के जमाने में शिक्षा का बड़ा महत्व हो गया है शिक्षा के बिना व्यक्ति अपने जीवन में उचित फैसले नहीं ले पाता हमें अपने परिवार के सभी सदस्यों को उचित शिक्षा के लिए पे्ररित करना चाहिये जिससे वह अपने जीवन में आने वाली मुश्किलों को बड़ी आसानी से हल कर सके और अपने जीवन को बेहतर बना सके। बापू जी का था कहा था अनपढ़ बनकर कभी ना रहना क्यूं कि शिक्षा से अज्ञानता का अंधकार मिटेगा, शिक्षा से सुधार हो जाएगा शिक्षित, उन्नत, समझदार, शिक्षा है सुख का आधार शिक्षा की जिम्मेदारी यही है हम सबकी समझदारी है। 

हमेशा किताबों को अपना हथियार बनाओ और अज्ञानता को अपना दुशन समझो क्यूं कि ज्ञान हमें जगाता है शोषण से बचाता है। इसके साथ ही महाआर्यमन सिंधिया ने रविन्द्र शिवहरे की पहल को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमो आयोजन हमेशा होते रहना चाहिये ऐसे कार्यक्रमो से दूसरे लोगो को आगे बडऩे कि प्रेरणा मिलती है। सम्मान समारोह लोगो में ऊर्जा स्पूर्ती का कार्य करते है। प्रतिभा सम्मान समारोह में कार्यक्रम कि अध्यक्षता कांग्रेस जिलाअध्यक्ष बैजनाथ सिंह ने कि साथ ही विशिष्ठ अतिथी के रूप में कोलारस विधायक महेन्द्र सिंह यादव मौजूद रहे। 

मंतशा कि प्रतिभा को देख मंत्र मुक्त हुए आर्यमन -
सम्मान समारोह के दौरान नपाध्यक्ष ने मंतशा पुत्री जाहेद ने उप्र में रहकर 5वीं टॉपर को महाआर्यमन सिंधिया से परिचित कराया इस दौरान कोलारस कि महाआर्यमन सिंधिया ने मंतशा सिद्वदीकी से सप्रेम भेंट कि और मंतशा कि प्रतिभा कि सराहना की। इस दौरान महाआर्यमन सिंधिया ने मंतशा के साथ सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य कि कामना की। 

सम्मान समारोह में इन प्रतिभाओ का हुआ सम्मान - 
मन्तशा सिद्वदीकी पुत्री जाहेद काजी, संजय जैन (सिविल जज), अमोग अग्रवाल (सिविल जज), गौरव कुशवाह, मयंक खैमरिया, सलोनी पांडे, अंकिता दांगी, प्रिंशी जैन, जय गोपाल श्रीवास्तव, इंदर जाटव, नरेश जाटव, अक्षिता जैन, सौरभ गुप्ता, आर्यमन राजावत, आयुषी जैन, पूनम दांगी, देव अवस्थी, शंगिनी रावत, उजआ जैन, रूषष जैन को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।