शिवपुरी। शिवपुरी जिले के अनेक समाचार पत्रों से जुड़े पत्रकारों ने जिला जनसंपर्क कार्यालय पर शनिवार सुबह 11 बजे उपस्थित होकर उपसंचालक अनूप सिंह भारतीय के पिताजी दिलीप सिंह भारतीय के स्वर्गवास पर दो मिनिट का मौन धारण कर उन्हें श्रृद्धांजलि ज्ञापित की व उनके जीवन पर प्रकाश डाला। भारतीय के पिताजी शिक्षा के महत्व को भलीभांति समझते थे और उन्होंने अपने समूचित परिवार को शिक्षा का महत्व बतलाने में कोई कमी नहीं छोड़ी यही कारण रहा कि उनकी चार संताने सुव्यवस्थित शिक्षा के बलबूते देश के अलग-अलग शहरों में सम्मानजनक पदों पर कार्य करते हुए अपने पिता व परिवार का नाम गौरान्वित कर रहे है।
अनूप सिंह भारतीय जहां शिवपुरी में उपसंचालक जनसंपर्क के पद पर कार्यरत है, वहीं उनके दूसरे पुत्र इंजीनियर रहकर खड़गपुर पश्चिम बंगाल में सेवाएं दे रहे है। जबकि भारतीय के तीसरे नम्बर के भाई कॉलेज में रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत रहते हुए भोपाल में कार्य कर रहे है। वहीं सबसे छोटे सुपरवाईजर का काम करते हुए गोवा में अपनी सेवाएं दे रहे है।
भारतीय के दिवंगत पिता 94 वर्ष के थे और पूरी तरह स्वस्थ भी, लेकिन अचानक आए हृदयघात ने उन्हें गहरी नींद में सुला दिया अपितू शिक्षा का अलख जो उन्होंने रोशन किया उसकी रोशनी सदा-सदा जलती रहेगी। इसका भास पूरी तरह से है और यह इसलिए प्रमाणित है कि उन्होंने शिक्षा के महत्व को समझते हुए न केवल अपनी संतानों को शिक्षित बनाया बल्कि उन्होंने अपनी पेंशन से मिलने वाली राशि से कई अनेक शिक्षा से वंचित रह जाने वाले बालक-बालिकाओं को शिक्षित कर उनके भविष्य को रोशन करने का कार्य किया। जो आज कई जगहों पर रहते हुए अच्छे पदों पर अपनी सेवाएं देते हुए दिवंगत भारतीय को श्रृद्धांजलि ज्ञापित करते है। साथ ही कई ऐसे बालक-बालिकाएं भी है जिन्होंने भारतीय से शिक्षा के महत्व को समझा और उन्हें मिलने वाली पेंशन राशि में से आर्शीवाद स्वरूप कुछ हिस्सा शिक्षित होने के लिए प्राप्त किया। वे आज उन्हें अपने बीच न पाकर व्याकुल और शोकाकुल दिखाई पड़ते है।