
पब्लिक जमा हुई तो अधिकारी बुला लिए
परंतु इस पुलिस कर्मी को रौब दिखाना उस समय भारी पड़ गया जब पूरी कॉलोनी इस मंदिर की सुरक्षा को लेकर एकत्रित हो गई और हंगामा करने लगी। इस मामले के बाद पुलिस आरक्षक ने एक महिला पुलिस अधिकारी को भी बीच में बुला लिया परंतु फिर भी बात नहीं बनी और पब्लिक पूरी ताकत के साथ मंदिर हटाने के विरोध में आ गई। तब कही जाकर पुलिस कर्मी मौके से भाग गए। उसके बाद कॉलोनी के लगभग 1 सैकड़ा लौग इकट्टे होकर कलेक्टर के पास पहुंचे और उक्त मामले की शिकायत की। कलेक्टर ने इस मामले में तत्काल एसडीएम को मामले की जांच करने के आदेश दिए।
पवित्र बिजासन मंदिर तोड़ने की कोशिश
जानकारी के अनुसार शहर के तारकेश्वरी कॉलोनी में स्थित बिजासन मंदिर को बीते रोज तोडऩे का प्रयास किया गया। लेकिन कॉलोनीवासियों द्वारा विरोध करने पर मंछिर टूटने से बच गया। बताया जाता है कि मंदिर के लिए रामदयाल शर्मा द्वारा अतिक्रमण के एवज में जमीन मौखिक रूप से दान में दी गई थी, लेकिन अब मंदिर को नाती तोडऩा चाहता है। मामले की शिकायत कॉलोनीवासियों ने देहात थाने में आवेदन के माध्यम से कर कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि बिजासन माता मंदिर हिंदुओं की कुलदेवी का मंदिर कहलता है।
सिपाही की शिकायत रोकने SDOP सहित 3 थानों के TI पहुंचे
दानकर्ता रामदयाल शर्मा ने तारकेश्वरी कॉलोनी स्थित जोगीपुरा मंदिर में एक गली पर अतिक्रमण कर लिया था। जिसके बदले में उसने पास ही में पड़े प्लॉट को 25 वर्ष पहले मंदिर के लिए दान दे दिया था। जहां माता बिजासन मंदिर की स्थापना की गई। अब रामदयाल शर्मा का नाती देवश शर्मा आया और मंदिर को तोडऩे का प्रयास किया लेकिन कॉलोनीवासियों द्वारा मंदिर को नहीं तोडऩे दिया गया। इसके बाद कॉलोनीवासी कलेक्ट्रेट पहुंचे। कॉलोनी बासियों को कलेक्ट्रेट पहुंचते देख तत्काल एसडीओपी जीडी शर्मा कोतवाली टीआई संजय मिश्रा, देहात थाना प्रभारी सतीश चौहान और फिजीकल थाना प्रभारी विकाश यादव कलेक्ट्रेट पहुंचे और आक्रोशित भीड़ को समझाने का प्रयास किया।