पोहरी नगर पंचायत के परिशिमन में क्षेत्र को नहीं जातिवाद को देखा गया है

ललित मुदगल @एक्सरे/शिवपुरी। अभी पोहरी तहसील का नगर पंचायत का दर्जा दिया गया है। पिछले कई दशको से मांग थी कि तहसील पोहरी विधानसभा से जाने जाने वाला टप्पा गांव ग्राम पंचायत है। जिले की यह ऐसी एक इकलौती तहसील थी जो ग्राम पंचायत थी। राजनीति की दम पर पोहरी को अब नगर पंचायत का दर्जा प्राप्त हो चुका है। लेकिन यह नगर पंचायत पोहरी अब राजनीति का ही शिकार हो गई है। 

जैसा कि विदित है कि अभी कुछ दिन पूर्व सीएम ने अपने पोहरी दौरे के दौरान पोहरी को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की थी। पोहरी तहसील को नगर पंचायत बनाने के लिए पोहरी और उसके आसपास की 7 ग्राम पंचायतो को मिलाया गया है। 

बताया जा रहा है कि इन सातो ग्राम पंचायतो को मिलाने से पोहरी नगर पंचायत की एक छोर से दूसरे छोर की दूरी लगभग 15 किमी होती है। पोहरी को नगर पंचायत में ग्राम पंचायत पोहरी, ग्राम पंचायत कृष्ण गंज, ग्राम पंचायत ग्वालीपुरा, ग्राम पंचायत जाखनौद, ग्राम पंचायत बैठा, ग्राम पंचायत चकराना और ग्राम पंचायत ननौरा को मिलाया गया है। 

इसमें से पोहरी कृष्णगंज और ग्वालीपुरा ऐसी पंचायते है जो पोहरी की सीमा में घुस रही है। अभी वर्तमान की बात करे तो यह तीनो पंचायते कहने को अलग है लेकिन सीमाए मिलने से पूरा क्षेत्र पोहरी ही कहलाता है। इसके आलावा पोहरी केा नगर पंचायत बनाने के लिए चकराना और ननौरा ग्राम पंचायत को मिलाया गया है। ननौरा और चकराना एक दूसरे के अपोजिट दिशा में है। ननौरा गांव पोहरी से लगभग 7 किमी की दूरी पर है और ननौरा लगभग 8 किमी की दूरी पर है। इन दोनो पंचायतो को पोहरी नगर पंचायत में मिलाना अव्यवारिक है। इस तरह से पोहरी नगर पंचायत का एक छोर से दूसरे छोर को मिलाने के लिए आपको लगभग 15 किमी की दूरी तय करनी पडेंगी। 

इतनी दूरी तो शिवपुरी नगर पालिका की भी नही है। बताया जा रहा है कि पोहरी विधायक प्रहलाद भारती ने अपनी राजनीति की दम पर पोहरी को यह सौगात दी है। लेकिन गलत परिशिमन के कारण अब पोहरी नगर पंचायत से ही राजनीति हो गई। पोहरी से मात्र 3 किमी की दूरी पर स्थित उपसील ग्राम पंचायत को पोहरी नगर पंचायत में नही मिलाया गया है इस पर कई सवाल खडे हो रहे है। ऐसे ही पिपरघार ग्राम पंचायत भी पोहरी से 5 किमी की दूरी पर है। 

जब 8 किमी की दूरी पर स्थित ननौरा ग्राम पंचायत को पोहरी नगर पंचायत में मिलाया जा सकता है तो पिपरघार और उपसील को क्यो नही.....उपसील ग्राम पंचायत का मचाखुर्द गांव पोहरी शिवपुरी रोड पर ही स्थित  है और यहा पोहरी का मिडिल स्कुल है। ऐसे ही इसी पंचायत का भोजपुर गांव पोहरी पेट्रोल पंप की सीमा को छुता है। 

पोहरी नगर पंचायत के परिशिमन में क्षेत्र का नही जाति का ध्यान रखा गया है। बताया जा रहा है उन पंचायतो को जबरिया ठुसा गया है जिनमें धाकड समाज के मतदादा अधिक है। आरोप लगाया जा रहा है कि इसी कारण इसमें दूर-दूर की पंचायते जबरिया ठूसी गई है। अब इस परिशिमन पर अपत्ति लगाने की तैयारिया चल रही है।